SEBI increased limit basic demat account: यदि आप शेयर मार्केट में छोटे छोटे अमाउंट और खुदरा निवेशक के रूप में शेयर बाजार का हिस्सा है, तो यह खबर आपके काम आने वाली है। सेबी ने डीमेट अकाउंट की लिमिट को बदल कर अब बढ़ा दिया है। जानकारी के अनुसार, खुदरा निवेशकों की भागीदारी शेयर बाजारों में बढ़ाने के लिए सेबी (बाजार नियामक) ने बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट की लिमिट 2 लाख से पांच गुना बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दिया है।
बाजार नियामक सेबी का यह फैसला छोटे पोर्टफोलियो रखने वाले निवेशकों यानी खुदरा निवेशकों के लिए फ़ायदे का काम करेगा लिमिट बढ़ाने से इच्छुक निवेशक ज्यादा निवेश कर पाएगा।
सेबी का फैसला 1 सितंबर से प्रभावी
सेबी का खुदरा निवेशकों को ध्यान में रखकर लिया गया यह फैसला अभी तत्काल से प्रभावी नहीं होने जा रहा है, इसके लिए खुदरा निवेशकों को 1 सितंबर 2024 तक इंतजार करना होगा।
बाजार नियामक सेबी की ओर से बेसिक डीमेट अकाउंट की लिमिट बढ़ाए जाने की जानकारी शुक्रवार (28 जून 2024) को दी गई, सेबी ने अपने नए फैसले के लिए एक सर्कुलर जारी किया था।
हालांकि मीडिया रिपोर्ट में इस बात के महीनों पहले अनुमान लगाए जा रहे थे कि सेबी बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट की लिमिट को बढ़ा सकता है। सेबी का सर्कुलर आने से सारे अनुमान सच साबित हुए है।
बेसिक डीमेट अकाउंट में कोई चार्ज नहीं
रेगुलर डीमैट अकाउंट का उपयोग करने में भुगतान करना पड़ता है। जबकि बेसिक डीमेट अकाउंट के उपयोग में किसी प्रकार का भुगतान करने की आवश्कता नही होती। ऐसे में जो उपयोगकर्ता और निवेशक शेयर बाजार में छोटे निवेश और कम ट्रेडिंग करने करते है उनके लिए किफायती विकल्प होता है। ये रेगुलर डीमैट अकाउंट की अपेक्षा कम खर्चीला (SEBI increased limit basic demat account) भी होता है।
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गौरतलब हो, बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट या बीएसडीए को सेबी ने 2012 में मान्यता देते हुए शुरू किया था, यह रेगुलर डीमैट अकाउंट का बेसिक वर्जन है। सेबी ने छोटे पोर्टफोलियो रखने वाले निवेशकों यानी खुदरा निवेशकों के ऊपर बोझ कम करने के लिए इसकी शुरुआत की थी।