Second auction of 5G spectrum: देश की दूसरी 5G स्पेक्ट्रम नीलामी सात राउंड के बाद बुधवार दोपहर में ही खत्म हो गई है। बुधवार को नीलामी में ज्यादा गतिविधियां न होने के चलते सुबह 11 बजे के पास ही इसे समाप्त कर दिया गया है। आपको बता दे, पिछली दफा 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी सात से अधिक दिन तक चली थी। जिसमें सरकार को 5G दूरसंचार स्पेक्ट्रम से रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व हासिल हुआ था। जबकि इस बार की नीलामी एक दिन से थोड़ा ज़्यादा समय तक चली और इससे सरकार को सिर्फ़ 11,300 करोड़ रुपये मिले हैं।
भारतीय एयरटेल ने लगाई सबसे अधिक बोली
5G स्पेक्ट्रम के दूसरे दौर की नीलामी में सबसे अधिक रुचि भारतीय एयरटेल ने दिखाई, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एयरटेल ने नीलामी में सबसे अधिक बोलियां लगाई है। कम्पनी ने कम खर्च वाले सब-गीगाहर्ट्ज 900 मेगाहर्ट्ज बैंड के साथ-साथ 1800 और 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड में भी स्पेक्ट्रम खरीदा जबकि 5G स्पेक्ट्रम नीलामी 2022 के पहले चरण में शीर्ष में स्थान प्राप्त करने वाले मुकेश अंबानी की जियो ने दुसरे चरण 5G स्पेक्ट्रम 2024 की नीलामी में 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में 5G बैंडविड्थ खरीदी है। वही भारत में एक अन्य टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vi) ने संभवतः 900/1800/2500 मेगाहर्ट्ज (Second auction of 5G spectrum) बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा है।
सरकार को केवल 11,340 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त
करीब 2 साल बाद 5G स्पेक्ट्रम की दूसरी नीलामी भारत सरकार की दृष्टि से निराश करने वाली रही, जहा 2022 में रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री हुई थी वही इस बार सरकार को अनुमानित बोली की सिर्फ़ 12% राशि की बोली ही प्राप्त हुई।
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सरकार ने नीलामी के लिए रखे गए स्पेक्ट्रम की अनुमानित न्यूनतम मूल्य 96,238 करोड़ रुपये तय किए थे, लेकिन दो दिन भी ठीक से नही चलने वाली 5G स्पेक्ट्रम की दूसरी नीलामी में सरकार को सिर्फ़ 11,340 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं हैं।