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मोबाइल से EVM हैक किए जाने और OTP का पूरा विवाद था भ्रामक? जानें क्या है सच?

मोबाइल से EVM हैक किए जाने और OTP का पूरा विवाद था भ्रामक? जानें क्या है सच?

  • भ्रामक खबर प्रकाशित करने के लिए मिड-डे ने चुनाव आयोग से मांगी माफ़ी.
  • मोबाइल से ईवीएम मशीन को हैक करने का रिपोर्ट में किया था दावा.
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The authenticity of the news of EVM hack from mobile: मोबाइल फ़ोन और ओटीपी के माध्यम से ईवीएम से छेड़छाड़ और प्रत्याशी की हार जीत में बदलाव को लेकर छापी गई एक मीडिया रिपोर्ट को लेकर निजी मीडिया संस्थान को चुनाव आयोग से माफ़ी मांगनी पड़ी है, साथ ही अपने संस्थान में ख़बर का खंडन भी प्रकाशित करना पड़ा है।

पूरा मामला देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर मुंबई की एक लोकसभा सीट का है, जहा मिड डे अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि, मुम्बई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से शिव सेना (शिंदे गुट) प्रत्याशी रविंद्र वायकर के रिश्तेदार ने ओटीपी के जरिए ईवीएम हैक करके चुनाव जीते है।

अखबार की रिपोर्ट को लेकर मुम्बई पुलिस और चुनाव आयोग दोनों ही हरकत में आए, दोनों ने ही रिपोर्ट के दावे को लेकर मिडे अखबार सहित एक और मीडिया संस्थान को नोटिस जारी करते हुए खबर की सत्यता और भ्रामक खबर प्रकाशित करने के लिए दोनों ही मीडिया संस्थानों के ऊपर धारा 499 और 505 के तहत केस लिए जानें का नोटिस जारी किया गया था।

इसके साथ ही चूंकि रिपोर्ट में मुंबई पुलिस का हवाला देते हुए ख़बर का सोर्स बताया गया था, तो इसे लेकर भी मुंबई पुलिस ने एक्शन लेते हुए अखबार के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दर्ज करवाया था।

मिड – डे ने मांगी माफ़ी

चुनाव आयोग के संज्ञान के बाद अपनी गलत रिपोर्ट के लिए मिड डे अखबार ने अपनी गलती स्वीकार ली है, इसके लिए मीडिया संस्थान ने चुनाव आयोग से माफ़ी मांगते हुए अपनी रिपोर्टिंग के लिए खेद व्यक्त किया है।

अखबार में खबर के संबंध में छापा खंडन

रविवार को मिड-डे की एक रिपोर्ट में कहा गया कि रविंद्र वायकर का एक रिश्तेदार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जुड़ा मोबाइल फ़ोन का उपयोग कर रहा था, रिपोर्ट में खबर का सोर्स मुंबई पुलिस को बताया गया था, इसमें पुलिस के हवाले से से कहा गया कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल ओटीपी जनरेट करने के लिए किया गया था, जिससे ईवीएम मशीन अनलॉक हो गई थी, ख़बर में बिना किसी तथ्य और पुलिस का नाम उपयोग करने के बाद अखबार के ऊपर कार्रवाई (The authenticity of the news of EVM hack from mobile) की तलवार लटक रही थी, खबर को लेकर मिड – डे अखबार ने क्लेरिफिकेशन देते हुए कहा कि, हम मानते हैं कि, रविंद्र वायकर पर छापी गई हमारी रिपोर्ट गलत थी।

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गौरतलब हो, मिड – डे अख़बार की इस खबर के आधार पर विपक्ष के कई नेताओं ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे। कुछ लोगों ने इस अख़बार की कटिंग सोशल मीडिया में शेयर करते हुए चुनाव नतीजों और परिणामों को लेकर सवाल उठाए थे।

मुम्बई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से शिव सेना (शिंदे गुट) प्रत्याशी रविंद्र वायकर मात्र 48 वोट से विजय घोषित हुए थे। इसके बाद उनके प्रतिद्वंदी अमोल कीर्तिकार ने चुनाव परिणाम में धांधली का आरोप लगाया था।

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