संपादक, न्यूज़NORTH
RBI To Set Up Digital Payments Intelligence Platform Against Cyber Frauds: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान किया। केंद्रीय बैंक की ओर से डेश भर के तमाम बैंकों व डिजिटल लेनदेन संबंधित धोखाधड़ी की घटनाओं में हो रही वृद्धि के चलते एक ‘डिजिटल पेमेंट्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म’ बनाने का ऐलान किया गया है। जैसा नाम से ही साफ है, प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल डिजिटल पेमेंट्स को लेकर होने वाली धोखाधड़ी आदि पर अंकुश लगाना होगा।
जैसा हमनें बताया, आरबीआई के इस कदम की घोषणा खुद गवर्नर शक्तिकांत दास की ओर से की गई। ET की एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को रोकने और कम करने के लिए एक सिस्टम-व्यापी दृष्टिकोण की आवश्यकता हैं।
RBI Will Make A Digital Platform Against Cyber Frauds
आरबीआई गवर्नर के मुताबिक, नेटवर्क स्तर की तमाम जानकारी और रियल-टाइम डेटा शेयर करने के लिए एक डिजिटल पेमेंट्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म स्थापित करने का प्रस्ताव पेश किया गया है। इसका मुख्य लक्ष्य डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र को सभी के लिए सुरक्षित बनाना है। यह प्लेटफ़ॉर्म ऐसे परिचालन मापदंडों और प्रक्रियाओं को स्थापित करेगा जो बैंकों और फिनटेक कंपनियों जैसी रिपोर्टिंग संस्थाओं द्वारा डेटा प्रावधान की सीमा तय कर सकें।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
दिलचस्प रूप से डिजिटल पेमेंट्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म बनाने की दिशा में RBI ने पहला कदम भी बढ़ा दिया है। साझा की गई जानकारी के अनुसार, प्लेटफॉर्म को तैयार करने से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जांच करने के लिए एक पैनल/समिति का गठन भी कर दिया गया है।
विशेषज्ञों व अन्य उद्योग हितकारों के साथ मिलकर बनाई गई यह समिति डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर तमाम तरह की धोखाधड़ी का पता लगाने और धोखाधड़ी की रोकथाम के उपायों को पेश करने से जुड़े इस प्लेटफ़ॉर्म हेतु रणनीतियों की भी सिफारिश करती नजर आएगी। साथ ही साथ ग्राहक डेटा की सुरक्षा के लिए पैनल पूरी प्रक्रिया के दौरान अपनाए जा सकने वाले कड़े सुरक्षा उपायों की सिफारिश करेगा।
गौर करने वाली बात यह है कि इस पैनल का नेतृत्व नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के पहले सीईओ अभय होटा करेंगे। पैनल के सदस्यों में एनपीसीआई, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके साथ ही पैनल में नियुक्त प्रमुख उद्योग हस्तियों में Visa के विपिन सुरेलिया; Razorpay से आरिफ खान, Jupiter संस्थापक जितेंद्र गुप्ता और Euronet के प्रबंध निदेशक प्रणय झावेरी शामिल हैं।
इस प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ी लागत आवश्यकताओं का आंकलन करने और प्लेटफ़ॉर्म की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने संबंधी रणनीतियों के अलावा यह पैनल धोखाधड़ी वाले लेनदेन की पहचान करने के लिए प्रक्रियाओं को भी परिभाषित करेगा, जिसे बाद में केंद्रीय भुगतान धोखाधड़ी सूचना रिपोजिटरी (सीपीएफआईआर) को सूचित किया जाएगा।