Students in Bihar schools faint due to heat: बिहार में स्कूल में कक्षाओं की समय सारणी को लेकर राजनीति गरमाई हुई है, जहां बिहार के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बीते दिनों 16 मई से स्कूलों को खोले जाने के बाद गर्मी के चलते स्कूल का समय सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक करने के आदेश जारी किए थे वही अब इस फैसले को लेकर राज्य में सियासत भी गर्मा चुकी है।
राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने केके पाठक का नाम लिए बिना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर कटाक्ष करते हुए कहा है, कि बिहार में अधिकारी मुख्यमंत्री की नही सुनते राज्य में सरकार नहीं बची है केवल ब्यूरोकेसी रह गई है।
स्कूल टाइमिंग में राहत दी जाए
दरअसल बिहार में गर्मी के इन दिनों तापमान 46 से 48 डिग्री के करीब पहुंच जा रहा है, जिससे स्कूलों के टीचर और बच्चों के परिजन स्कूल के समय सारणी बदलने की मांग कर रहे है। परिजनों और स्कूलों के शिक्षको का कहना है, सुबह जल्दी आने की वजह से बच्चें ठीक से खाना नही खा पाते है और इस गर्मी के मौसम में स्टोक और सन बर्न और लू का शिकार हो जा रहे हैं। इसी बात को उठाते हुए मीडिया से बात करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, छोटे बच्चों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों की टाइमिंग में राहत देनी चाहिए। मगर बिहार के मुख्यमंत्री इस हालत में कुछ नही कर पा रहे हैं, तो साफ दिख रहा है उन्हे लोगों ने घेर रखा है उनके हाथ में कुछ नही।
बिहार में 50 से अधिक बच्चें बेहोश
इस बीच बिहार के विभिन्न जिलों मुंगेर, शेखपुरा सहित अन्य जिलों के स्कूल से 50 से अधिक बच्चों के गर्मी की वजह से बेहोशी और घबराहट के मामले समाने आए, बच्चों के साथ स्कूली शिक्षकों और कर्मचारियों को भी सन स्टोक की समस्या का सामना करना पड़ा।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शेखपुरा जिले में अरियारी स्थित मनकोल गांव के हाईस्कूल में एक के बाद एक दर्जनों छात्रों के बेहोश होने की घटना सामने आई, जिसके बाद सभी बीमार छात्राओं को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया (Students in Bihar schools faint due to heat) जहा डॉक्टरों ने भीषण गर्मी का प्रकोप सहित भूखा और खाली पेट रहना बताया। इन छात्राओं की संख्या 50 के आसपास बताई जा रही है। घटना के बाद ग्रामीणों में रोष दिखा उन्होंने स्कूल शिक्षा के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सड़को को जाम किया। ऐसे ही मामले मुंगेर और सुजावलपुर, हेमजापुर, शंभूगंज से भी सामने आए।