Chardham Yatra without registration no permission: पिछले दिनों चार धाम यात्रा को लेकर यात्रियों की शिकायत के बाद उत्तराखंड सरकार हरकत में आई है, धामी सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए पहुंच रहें यात्रियों को बिना पंजीकरण यात्रा करने और ऐसा कराने वाले टूर ऑपरेटर के खिलाफ़ सख्ती की बात कही है।
यात्रा के दौरान असुविधा की शिकायते
चार धाम यात्रा करने उत्तराखंड पहुंच रहे देश के अन्य हिस्सों के यात्रियों ने यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं का आरोप लगाया था, स्थानीय दुकानों में खाने पीने की वस्तु और अन्य सामन महंगे दामों में बेचने का इसके अलावा पंजीकरण प्रक्रिया को लेकर भी असंतोष व्यक्त किया था, अब प्रशासन से यात्रियों को बिना पंजीकरण यात्रा करने वाले यात्रियों की जांच करना प्रारंभ कर दिया है। सरकार पंजीकरण प्रक्रिया का (Chardham Yatra without registration no permission) सख्ती के साथ पालन कर रही है। जो भी यात्री बिना पंजीकरण के यात्रा के लिए पहुंच रहा है उन्हे वह से वापिस भेजा जा रहा है।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
इस संबंध में रुद्रप्रयाग की एसपी विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि, जवाड़ी बायपास में बिना पंजीकरण वाले लोगों को वापिस भेज दिया गया जबकि कुछ लोगों को बद्रीनाथ यात्रा की जगह भेज दिया गया उन्होंने बताया की अन्य धामों की अपेक्षा बद्रीनाथ धाम में इस समय कम भीड़ है।
फर्जी पंजीकरण के मामले भी सामने आए
यात्रा के दौरान पुलिस जांच टीम को ऐसे भी लोगों को पकड़ा गया जिनके यात्रा पंजीकरण फर्जी थे। शुक्रवार को गंगोत्री जा रही दो बसों के 88 यात्रियों की पंजीकरण तिथि गलत पाई गई, पंजीकरण चेकिंग के दौरान इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इस संबंध में यात्रियों के तहरीर में पुलिस ने हरिद्वार के दो टूर ऑपरेटर को मुकदमा दर्ज किया।
उत्तराखंड सीएम का बयान
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा, सरकार सुरक्षित और सुव्यवस्थित चार धाम यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि व्यवस्था के लिहाज से यात्रा का शुरुआती समय हमेशा से चुनौती पूर्ण रहा है, फिर भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोपरि रखकर प्रबंध किया गया है। इसी क्रम में पंजीकरण के आधार पर यात्रा की अनुमति के निर्देश जारी किए गए है।