14 people got Indian citizenship under CAA: CAA कानून लागू होने के बाद आज पहली बार भारत के पड़ोसी देशों से धर्म के आधार पर सताएं गए 14 के करीब पड़ोसी देशों के नागरिकों को भारत के गृह मंत्रालय ने नागरिकता प्रदान की हैं।
इस संबंध में भारत के गृह मंत्रालय ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि, सीएए के तहत पहले चरण में नागरिकता प्रमाण पत्र जारी किया गया, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने सीएए के तहत नयी दिल्ली में 14 लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपे।
उक्त 14 लोगों ने जिन्हे आधिकारिक रूप से भारत के नागरिक होने की मान्यता प्राप्त हुई है उन्होंने मीडिया में बात करते हुए भारत का शुक्रिया अदा किया साथ ही कई लोगों का मानना था कि भारत के द्वारा उन्हें नागरिकता दिया जाना उनके लिए नए जन्म के सामन है।
इस संबध में न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में पाकिस्तान से आई एक महिला ने कहा कि,
”पाकिस्तान में ज्यादा दिक्कत थी, पाकिस्तान में हमें बुर्का पहनकर निकलना पड़ता था। भारत में अपनी मर्जी से बाहर निकल सकते हैं।” महिला ने सीएए के तहत भारत की नागरिकता पाने की प्रक्रिया को लेकर कहा कि बहुत से आवेदन (14 people got Indian citizenship under CAA) की प्रकिया बेहद ही सरल थी।
#WATCH | Citizenship Certificates were physically handed over to 14 applicants in Delhi today. Digitally signed Certificates are being issued to many other applicants through email: Ministry of Home Affairs pic.twitter.com/fwpo2FxzlM
— ANI (@ANI) May 15, 2024
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
31 दिसम्बर से 2014 से पूर्व भारत आए आवेदकों पर विचार
भारत सरकार ने 11 मार्च, 2024 को नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 को अधिसूचित किया था, इससे पूर्व देशभर में CAA के खिलाफ हिंसक आंदोलन और विरोध-प्रदर्शन के चलते इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था मगर लोकसभा चुनावों से पूर्व इसे देशभर में अधिसूचित कर दिया गया। इस नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारत में 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत आए बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ना के शिकार गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारत की नागरिकता दी जायेगी इनमें हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग शामिल हैं।