Government companies sold in Pakistan: पाकिस्तान में पूर्ण रूप से सरकारी कंपनियों का निजीकरण होने जा रहा है, जिसका जिक्र खुद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपनी एक घोषणा में की। भारत के पड़ोसी मुल्क की आर्थिक स्थिति किसी से छिपी नहीं है, देश में भ्रष्टाचार और आतंकवादी गतिविधियों, महंगाई ने देश के नागरिकों का जीना मुश्किल कर रखा है। ऐसे में पाक सरकार अपने देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए तमाम कोशिश कर रही है, इस निजीकरण के फैसले को भी उसी से जोड़ा जा रहा है। निजीकरण के फैसले के सम्बन्ध में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बयान में कहा,
“बिजनेस करना सरकार का काम नही है, सरकार का काम बिजनेस और निवेश के लिए देश में अच्छा माहौल देना है”।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने उक्त बातें मंगलबार (14 मई 2024) को इस्लामाबाद में प्राइवेटाइजेशन कमीशन की एक मीटिंग में कही।
पीएम की प्राइवेटाइजेशन कमीशन से मंत्रियों की सहयोग के लिए अपील
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपनी सरकार में मंत्रियों से अपील करते हुए प्राइवेटाइजेशन कमीशन का सहयोग करने की बात कही है। इसके अलावा पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाक सरकार सिर्फ़ उन्ही कंपनियों को सरकारी रहने देगी जो रणनीतिक रूप से पाक के लिए अहम मानी जाती है। इस संबंध में पाक पीएम ने कहा, सभी सरकारी कंपनियों (Government companies sold in Pakistan) को बेचा जाएगा, चाहे कंपनिया मुनाफा कमा पा रही या नहीं।
पाकिस्तान में 88 के करीब सरकारी कंपनियां
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में 88 के करीब सरकारी कंपनियां मौजूद हैं। पाकिस्तान की 24 कंपनियों की अब तक लिस्ट तैयार कर ली गई है, जिन्हे पहले दौर में बेचा जा सकता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सरकारी कंपनियों के बेचे जानें की प्रकिया को पारदर्शी बनाने की बात कही है। जिसमें पाकिस्तान की इंटरनेशनल एयरलाइंस लिमिटेड सबसे पहला नाम है, जिसका निजीकरण होना है। इसकी पूरी प्रकिया पाकिस्तान के मीडिया ब्रॉडकास्ट चैनलों में लाइव दिखाया जायेगा।
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एयरपोर्ट और बंदरगाह पहले ही बिक चुके
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति किसी से छुपी नहीं है, अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए पाकिस्तानी सरकार कई प्रकार के बड़े कदमों को अब तक उठा चुकी है, नए फैसले में सरकारी कंपनियों का निजीकरण करने के फैसले से पूर्व पाकिस्तानी सरकार ने देश के एयरपोर्ट बंदरगाहों को बेच चुका है। पाक सरकार ने पिछले साल इस्लामाबाद एयरपोर्ट को ठेके में देने का फैसला लिया था। अब नई सरकार और नए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश की कंपनियों का निजीकरण करने का फैसला लिया हैं।