Elon Musk Visited China After Cancelling India Trip: कुछ दिनों पहले Tesla और SpaceX जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क को भारत आना था, जिसका ऐलान उन्होंने खुद किया था। लेकिन समय नजदीक आते ही उन्होंने अपनी पहली भारत यात्रा रद्द कर दी। इसके पीछे उन्होंने Tesla के कामकाज में व्यस्तता का हवाला दिया। लेकिन इस बीच मस्क अचानक बीजिंग (चीन) पहुँच गए। और इसके बाद से ही इस पूरी घटना को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
भारत आने की यात्रा को टाल कर अचानक से एलन मस्क का चीन दौरा कई संभावनाओं को आकार देता दिखाई पड़ता है। बीजिंग की अपनी इस यात्रा के दौरान एलन मस्क ने चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग एवं अन्य अधिकारियों से मुलाकात भी की। इसकी तस्वीरें उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर साझा की हैं।
Elon Musk China Visit
Honored to meet with Premier Li Qiang.
We have known each other now for many years, since early Shanghai days. pic.twitter.com/JCnv6MbZ6W
— Elon Musk (@elonmusk) April 28, 2024
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अपनी इस यात्रा के दौरान कथित तौर पर एलन मस्क ने Tesla के भविष्य की विस्तार योजनाओं को लेकर भी चीनी अधिकारियों व नेताओं से चर्चा की है। स्थानीय सरकारी मीडिया के अनुसार, चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने एलन मस्क को यह आश्वासन दिया है कि चीन का विशाल बाजार विदेशी कंपनियों के लिए भी हमेशा खुला रहेगा।
इतना ही नहीं बल्कि चीन द्वारा विदेशी कंपनियों को व्यापार के लिहाज से बेहतर माहौल और मजबूत सपोर्ट प्रदान किए जाने की भी बात कही गई, ताकि वह वैश्विक रूप से विस्तार करते हुए, बिना किसी चिंता के चीन में निवेश कर सकें। इस दौरान Tesla के विकास को चीन के पीएम ने चीन-अमेरिका आर्थिक सहयोग का एक सफल उदाहरण तक बताया।
क्या है एलन मस्क की चीन यात्रा का कारण?
लेकिन इस बीच मस्क द्वारा चीन की यात्रा के पीछे कुछ अहम कारण सामने आ रहें हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में मामले के जानकारों के हवाले से यह बताया गया कि Tesla के सीईओ की यह कोशिश रही कि चीन के कुछ स्थानों में Tesla वाहनों पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की दिशा में भी सार्थक बातचीत की जा सके। असल में हाल के दिनों में कुछ ऐसी खबरें सामने आई, जिसमें यह दावा किया गया कि चीन में Tesla कार के साथ लोगों को सरकारी भवनों में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
चीन की सरकार ने संवदेनशील एवं रणनीतिक डेटा के सामने आ जाने के डर से Tesla कारों पर कई जगहों पर प्रतिबंध लगा रखे हैं। चीन में पहले भी सैन्य अड्डों में Tesla कार ले जाने पर पाबंदी लगी हुई थी। लेकिन अब इस प्रतिबंध को स्थानीय प्राधिकरण एजेंसी, सरकारी भवनों के अलावा सांस्कृतिक केंद्र के लिए भी विस्तारित कर दिया गया है।
इतना ही नहीं बल्कि एलन मस्क शायद इस कोशिश में भी हैं कि चीन फुल-सेल्फ ड्राइविंग से संबंधित जुटाए डेटा को अमेरिका में ट्रांसफर करने के लिए राज़ी हो जाए। रिपोर्ट्स बताती हैं कि Tesla को 2021 के बाद से अपने कारों द्वारा एकत्र किए गए सभी डेटा को अमेरिका में ट्रांसफर करने की इजाज़त नहीं मिल सकी है।