संपादक, न्यूज़NORTH
Israel Attacks On Iran: मध्य-पूर्व देशों के बीच तनाव लागतार बढ़ता जा रहा है। हाल में कथित रूप से ईरान व लेबनान समर्थित संगठन द्वारा किए गए हमलों के जवाब में अब इजरायल ने भी ईरान पर मिसाइल और ड्रोन से हमला बोल दिया है। ईरान के इस्फहान शहर पर भी मिसाइलें बरसाए जाने की खबर है। इतना ही नहीं बल्कि ईरान के लगभग 300 मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद पलटवार करते हुए इजरायल की सेना ने ईरान के साथ ही साथ सीरिया और इराक को भी निशाना बनाया है।
इन देशों के कुछ शहरों में बड़े पैमाने पर मिसाइल से हमला किया गया है। लेकिन इनमें सबसे अधिक सुर्खियाँ ईरान के इस्फहान शहर पर हुए हमले की दिखाई दे रही हैं क्योंकि इस शहर के पास ईरान का परमाणु संयंत्र हैं। हमलों से बचाव को लेकर ईरान ने अपना एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव कर दिया है।
Israel Attacks On Iran
अमेरिका के अधिकारियों की ओर से भी इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हमले की पुष्टि की गई है। असल में न्यूज़ चैनल सीएनएन के साथ बातचीत के दौरान एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से यह सामने आया कि इजरायल ने ईरान के कुछ क्षेत्रों में जोरदार हमला बोला है।
सामने यह भी आ रहा है कि तेहरान से आने-जाने वाले विमानों व उड़ानों में से कई के मार्ग बदल दिए गए हैं या फिर रद्द कर दी गई हैं। असल में इजराइल की ओर से किए जा रहे हमलों की कड़ी में ईरान के इस्फहान शहर में एयरपोर्ट के पास कुछ बड़े धमाकों की बात कही जा रही है।
बताया जा रहा है कि इस जगह के निकट ही ईरानी सेना का ठिकाना और ईरान के फाइटर जेट भी तैनात हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अपने इस हमले में इजराइल की ओर से ईरान के सैन्य ठिकानों और संसाधनों को निशाना बनाया गया है। हमलों में ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया है। आपको बता दें, इजराइल पर भी ड्रोन से हमलों की बात सामने आई थी।
फिलहाल इजराइल द्वारा किए गए इन हमलों से ईरान में कितना नुक़सान हुआ है, इसको लेकर स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ रही हैं लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार धमाकों के चलते कई इमारतों के शीशे टूट गए और कई जगहों पर आग की ऊंची ऊंची लपटें भी देखनें को मिलीं।
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ईरान ने किया इनकार
लेकिन इन सब के बीच एक दिलचस्प खबर यह भी आ रही है कि ईरान की ओर से एक बयान जारी कर ऐसे किसी भी हमले से इनकार कर दिया गया है। ईरान का कहना है कि उसके क्षेत्र में किसी भी प्रकार का कोई विदेशी हमला नहीं हुआ है। लेकिन एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव करने को लेकर ईरान का कहना है कि आसमान में संदिग्ध चीज दिखाई देने पर यह एहतियाती कदम उठाया गया है।
लेकिन मामले के जानकारों का अनुमान है कि शायद ईरान एक बार इजराइल पर हमला करके अब पुनः इसे व्यापक रूप नहीं देना चाहता। ऐसे में ईरान शायद अपने ऊपर हुए इन हमलों को नकार इसलिए रहा है ताकि उन्हें वापस से इजराइल पर हमला ना करना पड़े और जनता के सामने भी साख बची रहे।
जानकारों का कहना है कि इजरायल ने जवाबी कार्यवाई के रूप में एक ‘सीमित’ हमला करते हुए, ईरान व अन्य देशों को यह चेतावनी देने की कोशिश की है कि वह अपने ऊपर किए गए हर हमले का जवाब देने में सक्षम है और ऐसा इरादा भी रखता है। असल में सीरिया में हुए हमलों को लेकर ईरान ने इजरायल पर जो हमला किया था, उसे एक गम्भीर उकसावे की कार्रवाई के तौर पर देखा गया।