संपादक, न्यूज़NORTH
Meta urged to lift ban on word Shaheed: सोशल मीडिया दिग्गज मेटा जल्द ‘शहीद’ शब्द पर लगे पूर्ण प्रतिबंध को हटा सकता है। असल में इसको लेकर मेटा के ओवरसाइट बोर्ड ने एक बड़ी अपील की है। यह सिफारिश लगभग एक साल की लंबी समीक्षा के बाद की गई है।
मेटा के ओवरसाइट बोर्ड ने मंगलवार को कंपनी से अरबी शब्द “शहीद” (Martyr) के सामान्य उपयोग पर लगे पूर्ण प्रतिबंध को खत्म करने के लिए कहा है। जैसा हमनें आपको पहले ही बताया कि यह सिफ़ारिश लगभग एक साल की लंबी समीक्षा के बाद की गई है, जब बोर्ड ने पाया कि Meta का दृष्टिकोण जरूरत से अधिक व्यापक था और इसने लाखों यूजर्स की बातों पर बेवजह दबाव बनाया।
Meta urged to lift ban on word Shaheed
आपको बता दें मेटा ओवरसाइट बोर्ड असल में कंपनी द्वारा वित्त पोषित एक बोर्ड के रूप में काम करता है। लेकिन इसकी ख़ासियत यह है कि यह स्वतंत्र रूप से संचालित किया जाता है। इस बोर्ड के अनुसार, सोशल मीडिया दिग्गज मेटा को पूर्ण प्रतिबंध को समाप्त करते हुए, “शहीद” शब्द वाले पोस्ट को केवल तभी हटाना चाहिए जब वे हिंसा के स्पष्ट संकेतों से जुड़े हों या फिर वह अलग से अन्य मेटा नियमों को तोड़ते हों।
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विवाद का कारण
यह कदम कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब पिछले कुछ वक्त से मेटा की कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी आलोचनाओं के घेरे में रही है। खासकर अगर मध्य पूर्व देशों के संबंध में देखें तो यह पॉलिसी और विवादित नजर आने लगती है।
देखा जाए तो यह मुद्दा इजरायल-हमास संघर्ष के चलते और भी प्रमुखता से सामने आया और इसी वजह से सुर्ख़ियो में भी रहा। आलोचकों का कहना रहा है कि मेटा फिलिस्तीनियों के प्रति सहानुभूति प्रदर्शित करने वाले कंटेंट को दबाता है और इसके लिए वह अपनी पॉलिसी में मनमाने रैवैए से बदलाव किए हुए है।
लेकिन विशेष रूप से इस शहीद शब्द पर लगे पूर्ण प्रतिबंध के लिहाज से देखें तो यह नया कदम उन चिंताओं को भी उजागर करता है, जिसमें अक्सर “शहीद” के संबंध में मेटा के नियम, शब्द की विभिन्न व्याख्याओं पर विचार करने में विफल साबित होते हैं। ऐसे में किसी भी प्रकार हिंसा से संबंधित न होने वाले कंटेंट भी मंच से हटा दिए जाते हैं।
अभी होता ये है कि Meta व्यक्तियों या समूहों के संबंध में “शहीद” शब्द का इस्तेमाल करने वाले किसी भी पोस्ट को स्वचालित रूप से हटा देता है। कंपनी अपनी परिभाषित पॉलिसी के तहत इसे खतरनाक मानती है। क्योंकि इसमें हमास जैसे चरमपंथी संगठनों के सदस्य से जुड़े पोस्ट भी शमिल होते हैं। लेकिन इस मामले पर विवाद को बढ़ता देख, Meta ने इस विषय पर आंतरिक सहमति तक पहुँचने में विफल रहने के बाद मेटा ने ओवरसाइट बोर्ड से मदद माँगी थी।