Lok Sabha election dates announced : लोकसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करने के लिए चुनाव आयोग 16 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस करेगा। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस की लाइव स्ट्रीमिंग आयोग के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म में लाइव प्रसारित की जायेंगी।
इस बाबत जानकारी देते हुए चुनाव आयोग ने अपने आधिकारिक X अकाउंट से एक जानकारी साझा करते हुए कहा, शनिवार दोपहर 3 बजे चुनावों के कार्यक्रम को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जिसमें तारीखों का ऐलान किया जाएगा. लोकसभा चुनाव के साथ साथ, देश के कुछ राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीख़ों का भी ऐलान इसमें किया जायेगा। इस बार लोकसभा चुनावों को 6 से 7 चरणों में संपन्न कराए जानें की संभावना जताई जा रही हैं।
Press Conference by Election Commission to announce schedule for #GeneralElections2024 & some State Assemblies will be held at 3 pm tomorrow ie Saturday, 16th March. It will livestreamed on social media platforms of the ECI pic.twitter.com/1vlWZsLRzt
— Spokesperson ECI (@SpokespersonECI) March 15, 2024
दोनों नए चुनाव आयुक्त ने संभाला पदभार
पूर्व चुनाव आयुक्त में अरुण गोयल ने अपने निजी कारणों के चलते इस्तीफा, साथ ही अनूप चंद्र पाण्डेय के फरवरी में रिटायरमेंट की वजह से चुनाव आयोग में दो खाली पदों मे नई नियुक्तियां की गई थी, इन नई नियुक्तियों में ज्ञानेश कुमार गुप्ता और सुखबीर सिंह संधू को नया चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। आम चुनावों के एलान से पहले आज ही दोनों नवनियुक्त चुनाव आयुक्तों ने पदभार संभाला है। जिनका स्वागत मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने किया।
इन राज्यों मे विधानसभा चुनाव
ओडिशा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किया जा सकता है, आयोग साथ ही पूरे देश में आचार संहिता की घोषणा भी कर देगा।
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चुनावी बॉन्ड को लेकर राजनीति गरमाई
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की चुनावी बॉन्ड योजना 2018 को असंवैधानिक करार दिया था और एसबीआई को तुरंत इन्हें जारी करने से रोकने का आदेश दिया था, साथ ही इससे संबंधित डेटा चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट में अपलोड करने के आदेश पारित किए थे। (Lok Sabha election dates announced) कल देर शाम (14 मार्च 2024) को EC ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट में चुनावी बॉन्ड का डेटा सार्वजनिक किया था, जिसके बाद से देश में राजनितिक पार्टियों के द्वारा चुनावी बॉन्ड से चंदे को लेकर एक दुसरे के ऊपर सवाल खड़ा कर रही हैं।