संपादक, न्यूज़NORTH
Rajasthan Students Protest Suspension of 3 Teachers: राजस्थान से एक अनोखा मामला सामने आ रहा है। धर्मांतरण के कथित दावों के आधार पर कोटा जिले में स्थित एक सरकारी स्कूल से 3 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद वहाँ के छात्रों ने इसके विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसका खुलासा The Hindu की एक हालिया रिपोर्ट के जरिए हुआ है।
सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस संबंध में आदेश जारी किए थे। मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा गया कि यह पूरा विवाद कथित तौर पर गलत पहचान के चलते उभरा है।
Suspension of 3 Teachers in Rajasthan
इस दौरान कोटा स्थित सांगोद ब्लॉक के खजूरी ओडपुर सरकारी स्कूल के तमाम छात्रों ने उप-विभागीय मजिस्ट्रेट के कार्यालय तक मार्च भी निकाला। उनकी माँग थी कि शिक्षकों के निलंबन वापस लिए जाए। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए।
छात्रों का कहना रहा कि उनके स्कूल में धर्म परिवर्तन या धर्मांतरण जैसा कुछ भी नहीं हुआ है। ऐसे में शिक्षकों को उनके पदों पर पुनः बहाल किए जाने को लेकर छात्रों ने मार्च का आयोजन किया। इस मामले में इंडियन एक्सप्रेस में भी एक रिपोर्ट छपी है। इसमें ही एक शिक्षक के हवाले से पूरे मामले ले ‘गलत पहचान’ की वजह से ये स्वरूप लेने की बात सामने आई है।
क्या है मामला?
रिपोर्ट्स की माने तो एक शिक्षक का तर्क है कि संबंधित स्कूल में एक ही नाम के तीन छात्र पढ़ते थे। इनमें से दो मुस्लिम थे। ऐसे में गलती से तीसरे छात्रा के धर्म का कॉलम बदल गया। असल में जो छात्रा हिंदू थीं, उनके शिक्षकों के मुताबिक गलती से स्कूल रजिस्टर में मुस्लिम दर्शा दी गई। लेकिन उनका दावा है कि यह महज एक मानवीय भूल थी।
इसके बाद इस मामले में शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सांगोद ब्लॉक के ही एक धार्मिक समूह ‘सर्व हिंदू समाज’ की ओर से राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को शिकायत ज्ञापन सौंपा गया।
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शिकायत यह थी कि स्कूल की एक पूर्व हिंदू छात्रा को स्कूल रजिस्टर में मुस्लिम बताया गया था। स्कूल से निकलने के बाद लड़की गांव के एक मुस्लिम युवक के साथ भाग गई थी। इसके बाद से ही स्कूल द्वारा कथित रूप से उसके धर्मांतरण के आरोपों ने जोर पकड़ा और विवाद पैदा हुआ। इस शिकायत में शिक्षक द्वारा छात्रों पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने की बात भी कही गई।
इस शिकायत के बाद स्कूल के तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया। इस मामले में शिक्षक मिर्ज़ा मुजाहिद और फिरोज खान के निलंबन की कार्यवाई 22 फरवरी को की गई, जबकि शबाना को 24 फरवरी निलंबित किया गया है।
इस बीच मामले की जाँच किए जाने की बात भी सामने आई है। लेकिन कुछ स्थानीय शिक्षक समूहों का कहना है कि इस मामले में जल्दबाजी के तहत की गई कार्यवाई से वह चिंतित हैं।