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हल्द्वानी हिंसा और WhatsApp का क्या है कनेक्शन? क्यों हो रही चर्चा, जानें वजह?

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Credits: Wikimedia Commons

Haldwani violence whatsapp connection: उत्तराखंड के हल्द्वानी मे बीते 8 फरवरी को पुलिस और प्रशासन के ऊपर स्थानीय लोगों द्वारा हुए हिंसात्मक हमलों को लेकर छानबीन शुरू हो गई है। आपको बता दे, कथित अवैध धार्मिक स्थल को अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों के विरोध के बाद कुछ उपद्रवियों ने सरकारी अफसरों , निगम कर्मियों के ऊपर पथराव शुरू कर दिया।

इस पथराव व भड़की हिंसा आदि के चलते लगभग 50 से अधिक पुलिस कर्मी और 150 से अधिक निगम कर्मियों को चोटें आई। उपद्रव इतना भड़का कि वहाँ मौजूद कई सरकारी वाहनों में भी आगजनी की कोशिश हुई और कुछ वाहन फूंक दिए गए।

इस घटना को लेकर उपद्रवियों की ओर से सुनियोजित ढंग से अंजाम देने का अंदेशा जताया जा रहा है, इस पूरी घटना को लेकर अब पुलिस सख्ती के साथ छानबीन और जॉच कर रही है। हमलों के आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे है, पुलिस जांच में हमले को लेकर पूर्व से ही व्हाट्सएप ग्रुप में तैयारी की बात भी सामने निकलकर आई है।

Haldwani violence whatsapp connection

इस ओर जांच की जा रही है, पुलिस के द्वारा आईटी सेल और तकनीकी रूप से उपद्रवियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। मीडिया सूत्रों के अनुसार हिंसा से पूर्व एक व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किया गया था, जिसमें हमले को लेकर साजिश रची गई थी।

इस व्हाट्सएप ग्रुप के बारे में जानकारी यह भी निकलकर आई कैसे! उपद्रवियों ने इसमें उपद्रव मचाने का प्लान तैयार किया, पेट्रोल बम, पत्थरों के उपयोग से लेकर अन्य तरह की जानकारियां इस ग्रुप में मौजूद है।

हालांकि इस बारे में पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक जवाब नही दिया गया है। इस बारे में पुलिस विभाग की ओर से आधिकारिक बयान में सिर्फ इतना कहा गया कि, सोशल मीडिया प्लेटफार्म की निगरानी सोशल मीडिया सेल के द्वारा की जा रही है। इसके साथ आरोपियों का सीडीआर भी किया जायेगा।

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गौरतलब है, अतिक्रमण हटाने के चलते फैली हिंसा के बाद क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया था। उत्तराखंड सीएम ने इस घटना को लेकर इसके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही थी। जिसके बाद से ही हल्दानी प्रशासन इस हिंसा में उपद्रवियों की पहचान करने के लिए कई प्रकार से छानबीन कर रहा  है।

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