Children fell ill after taking filariasis medicine: उपचार के लिए प्रयोग में आने वाली दवाओं के सेवन से यादि व्यक्ति बीमार पड़ने लगे तो यह एक ख़बर बन जाती है, ऐसी ही एक ख़बर झारखंड के पाकुड़ सदर प्रखंड के मदनमोहनपुर पंचायत के साहपुरा ग्राम की आंगनवाडी केन्द्र से प्रकाश में आया है, जहा फाइलेरिया की दवा का सेवन करने से बच्चों की तबियत बिगड़ी है।
हिंदुस्तान समाचार की एक रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को ग्राम के आंगनवाडी केन्द्र में मौजूद बच्चों को खाना खिलाने के बाद फाइलेरिया की दवा का सेवन करवाया गया था, रिपोर्ट के मुताबिक दवा के सेवन के बाद आंगनवाडी के 30 से ज्यादा बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी।
जिसके बाद घटना की जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी गई, डॉक्टरों की टीम ने गांव में पहुंचकर बच्चों का उपचार किया, उपचार के बाद बच्चों की हालत ठीक बताई जा रही है।
गांव वालों ने किया हंगामा
बच्चों के बीमार होने की वजह की कोई ठोस जानकारी सामने नही आई परंतु गांव वालों ने ग्राम सेविका, शिक्षक और स्वास्थ्य विभाग के कर्मी के ऊपर बच्चों से जबरदस्ती का आरोप लगाया है, ग्रामीणों के अनुसार उक्त सभी लोगों ने बच्चों (Children fell ill after taking filariasis medicine) को वेवजह दवा खिलाई हैं।
घटना के दौरान ग्रामीण काफ़ी आक्रोशित दिखे उनके द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और डीएम का रास्ता रोका गया, उनकी मांग थी ये स्वास्थ्य अधिकारी तब तक ग्राम से वापिस नही जायेगे जब तक सभी बीमार छात्र पूरी तरह स्वस्थ नही हो जाते। ग्रामीणों ने एंबुलेंस को भी रोक रखा था हालांकि देर रात ग्रामीणों ने चिकित्सकों को ग्राम से वापिस जाने दिया।
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गौरतलब है,कुछ दिनों से बिहार झारखंड के कई इलाकों से बच्चों को फाइलेरिया की दवा खाने के बाद तबियत बिगड़ने की शिकायत निकलकर आई है, बिहार के सीतामढ़ी, गोपालगंज, मुंगेर जैसे इलाकों में से भी ऐसी खबरे निकलकर सामने आई है। आपको बता दे, यह कोई पहली बार नहीं है कि फाइलेरिया की दवा से किसी की तबियत बिगड़ी है। कई स्कूलों से ऐसी शिकायतें मिली है।