‘Eiffel Tower’ built with matchsticks: गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए दुनिया भर से लोग क्या कुछ नहीं करते अपने अनोखे रिकॉड के लिए पहचाने जाने वाली संस्था गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए एक शख्स ने अपना 8 साल से अधिक समय देकर एक मॉडल तैयार किया था, पर उसकी एक छोटी सी गलती ने उसे रिकॉड बुक में नाम दर्ज करवाने से वंचित कर दिया।
दरअसल फ्रांस में मानव निर्मित एक बेहद ही खूबसूरत एफिल टावर स्थित है, जिसकी खूबसूरती से प्रेरित होकर कई प्रकार से कलाकार उसके जैसे ही नमूने अलग अलग चीजों से तैयार करने की कोशिश करते रहते है, ऐसा ही एक मॉडल फ्रांस के एक युवक रिचर्ड प्लाड ने तैयार किया, युवक ने 8 साल लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की चाह में माचिस की तीलियों से एफिल टवर का 23.6 फीट लंबा मॉडल बनाया, लेकिन गिनीज बुक ने उनके आवेदन को खारिज कर दिया।
एफिल टॉवर निर्माण करने के लिए युवक ने करीबन 7 लाख से अधिक माचिस की तीलियों का उपयोग किया था। जब उसके द्वारा माचिस की तीलियों से एफिल टॉवर का मॉडल पूरा किया गया तो उसने इसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया लेकिन उनकी एक गलती की वजह से संस्था ने उनके आवेदन को खारिज कर दिया, जिसकी वजह उनके द्वारा प्रयोग में ली गई माचिस की तिलिया है।
‘Eiffel Tower’ built with matchsticks
स्काई न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में रिचर्ड के हवाले से बताया कि, उन्हे पिछले हफ्ते गिनीज बुक से खबर मिली थी कि उनका मॉडल अयोग्य घोषित कर दिया गया है क्योंकि नियमों के अनुसार मॉडल के लिए उपयोग की गई माचिस की तीलियां व्यावसायिक रूप से उपलब्ध होनी चाहिए।
इसके अलावा गिनीज बुक ने कहा कि इनमें ज्वलनशील लाल टिप भी नहीं थी और उन्हें ऐसे तरीके से काटा गया कि वे कहीं से भी माचिस की तीलियां नहीं लग रही थीं।
बिना टिप वाली माचिस की तीलियां खरीदना पड़ा महंगा
मीडिया में निकालकर आई जानकारी के मुताबिक 47 वर्ष के फ्रांसीसी नागरिक रिचर्ड ने एफिल टॉवर के मॉडल निर्माण के लिए शुरुआत बाजार में मिलने वाली माचिस की तीलियों से ही की थी। परंतु एक-एक करके उनकी लाल टिप काटकर वे थक गए थे। इस वजह से उन्होंने बिना टिप वाली 15 किलोग्राम माचिस की तीलियां खरीदकर उनका उपयोग कर लिया। रिचर्ड को इस बात की जानकारी नहीं थी कि, इससे वह रिकॉर्ड तोड़ने से अयोग्य हो जाएंगे।
इस पूरे प्रकरण को लेकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की केंद्रीय रिकॉर्ड सेवाओं के निदेशक मार्क मैककिनले ने कहा,
“यह हमारी रिकॉर्ड प्रबंधन टीम का काम है कि वह सबूतों की समीक्षा अच्छे से करे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि गिनीज बुक के खिताब के लिए प्रयास करने वालों के लिए यह प्लेटफॉर्म समान है।”
हम युवक से फिर से संपर्क करेंगे और उनके मॉडल की फिर से समीक्षा करेंगे
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गौरतलब है, भारत में भी इस प्रकार का प्रयोग करते हुए माचिस की तीलियों से एफिल टॉवर के मॉडल निर्माण की कोशिश की थी, पचहत्तर हज़ार माचिस की तीलियों के साथ 72 वर्षीय मेरठ के सुरेंद्र जैन ने माचिस की तीलियों से पेरिस के प्रसिद्ध एफिल टावर की आकृति का निर्माण किया था।