New Year Celebrations Banned in Pakistan: नए साल को लेकर जहा दुनियाभर के देशों में जश्न का माहोल होगा वही एक ऐसा देश भी है,जो अब अपने देश के नागरिकों को नए साल में जश्न मनाने के लिए पाबंदी लगा चुका है।
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दरअसल खबर भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान से निकलकर आई है, जहा देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार -उल-हक काकर ने पाकिस्तान में नए साल के उपलक्ष्य में किसी भी प्रकार के जश्न मनाने में रोक लगाई है।
New Year celebrations banned in Pakistan
फैसले के पीछे कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने इजराइल हमास युद्ध में मारे गए फिलिस्तीनी लोगों को बताया है। पाकिस्तानी नागरिकों के नाम संदेश संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा,
फिलिस्तीनी के दुख में पाकिस्तान उनके साथ है,लिहाजा देश में कोई भी नए वर्ष का जश्न नही मनाएगा।
उन्होंने कहा, गाजा में युद्ध के दौरान 21 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए है जिसमें 9000 से ज्यादा बच्चे थे।
पाकिस्तानी कार्यवाहक प्रधानमंत्री काकर ने पाकिस्तानी नागरिकों को संबोधन में पाकिस्तान द्वारा फिलिस्तीनी नागरिकों को भेजी जा रही सहायता का जिक्र भी किया।
काकर ने टेलिविजन में संबोधन के दौरान कहा, फिलिस्तीन को पाकिस्तान की तरफ से दो बार मदद भेजी जा चुकी है और तीसरी खेप हम भेजने जा रहे हैं। पूरा पाकिस्तान और मुस्लिम देश इस वक्त गुस्से से भरे हुए है,गाजा में मासूम बच्चे मारे जा रहे हैं।
निहत्थे लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। पाकिस्तान ने वैश्विक पटल पर फिलिस्तीनियों के लिए आवाज उठाई है और आगे भी यही काम करेगा। अब वक्त आ गया है, जब दुनिया एक सुर में इजराइल को रोके।
पाकिस्तान में हमास के लीडर्स और इस्लामिक स्कॉलर्स के बीच एक वीडियो कांफ्रेंसिंग
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल और हमास युद्ध के बीच 10 दिन पूर्व पाकिस्तान में हमास के लीडर्स और इस्लामिक स्कॉलर्स के बीच एक वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई थी, जिसमें हमास के नेताओ ने पाकिस्तानी के एटमी देश होने की बात कहते हुए इजरायल को धमकी देने की बात कही थी।
हमास के नेता इस कांफ्रेंस में वीडियो कॉल के जरिए जुड़े थे। उन्होंने पाकिस्तान को बहादुर देश बताया था जो इस्लाम के लिए लड़ता है। इसके पहले पाकिस्तान के कुछ कट्टरपंथी मजहबी नेताओं ने कतर की राजधानी दोहा में हमास के चीफ हानिया से मुलाकात की थी।