Thousands Of UFOs Detected In Earth’s Orbit?: दुनिया भर के लोगों के बीच ‘Unidentified Flying Object’ (UFO) या आम भाषा में कहें तो ‘उड़न तश्तरी’ हमेशा से ही एक गहन दिलचस्पी का विषय रही है। इसके पीछे का मुख्य कारण यह है कि आमतौर पर लोग UFOs को एलियंस आदि से जोड़कर देखते हैं। लेकिन ज़रा सोचिए अगर आपसे कहा जाए कि पृथ्वी की कक्षा में 1-2 नहीं बल्कि हज़ारों की संख्या में UFOs मौजूद हैं, तो आपको कैसा लगेगा?
असल में हाल में ऐसा ही एक खुलासा किया गया है। द डेली मेल यूके की एक खबर के अनुसार, हाल ही में अमेरिकी सैन्य बलों की अंतरिक्ष सेवा इकाई – यूनाइटेड स्टेट्स स्पेस फोर्स (USSF) की एक रिपोर्ट में यह पाया गया कि हजारों यूएफओ पृथ्वी की कक्षा में मौजूद थे। डेली मेल की यह विशेष रिपोर्ट USSF के स्पेस ट्रेनिंग एंड रेडीनेस कमांड यानी स्टारकॉम (STARCOM) के निष्कर्षों पर आधारित है।
गौर करने वाली बात ये है कि अंतरिक्ष में मौजूद ये ‘दृश्य’ या ‘असामान्य अवलोकन’ इतनी बड़ी संख्या में थे कि अमेरिकी स्पेस फोर्स के लिए वास्तविक रूप से खतरों का पता लगाना और उन्हें बेअसर करना मुश्किल हो गया। STARCOM की रिपोर्ट में यह कहा गया कि अंतरिक्ष से व्याप्त खतरों की पहचान संबंधित USSF के काम में ‘बाधा’ आ रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, USSF के कर्मचारियों को बताया गया कि काम में आ रही बाधा के पीछे अंतरिक्ष में ‘असामान्य या संदिग्ध चीजें’ (Abnormal Observables) एक प्रमुख कारण हो सकती हैं।
लेकिन ध्यान देने वाली बात ये भी है कि ऐसी रिपोर्ट्स में अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले ‘Abnormal Observables’ या ‘जीवन के पैटर्न’ (Patterns of Life) जैसे शब्दों के सटीक अर्थ को लेकर अधिक स्पष्टता की आवश्यकता बनी रहती है।
UFOs In Earth’s Orbit: कैसे लगाते हैं पता?
UFOs की जाँच के दौरान सामने आने वाले ‘अपरिभाषित घटनाओं’ को समझने के लिए, पेंटागन के अधिकारी पांच अवलोकनों (ऑब्ज़र्वेबल्स) पर भरोसा करते हैं जो उन्हें संबंधित स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करते हैं।
इन पाँच ऑब्ज़र्वेबल्स में ‘गुरुत्वाकर्षण-विरोधी व्यवहार’, ‘रडार या अन्य सेंसरों पर बेहद कम रिकॉर्ड’, ‘अचानक या तात्कालिक त्वरण’, ‘सोनिक बूम’ आदि के बिना हाइपरसोनिक स्पीड और हवा, समुद्र और बाहरी अंतरिक्ष के बीच ‘ट्रांस-मीडियम’ यात्रा शामिल हैं।
यदि इन पाँचो में से कोई भी पहलू सामने आता है तो उन्हें ‘अज्ञात हवाई घटना’ (Unidentified Aerial Phenomena) या UAP के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, 2004 के Tic Tac घुसपैठ के दौरान भी इसी तरह के मानदंड लागू किए गए थे।
दुनिया की पहली अंतरिक्ष सेना दुश्मनों द्वारा गुप्त कक्षीय प्लेटफॉर्म लॉन्च करने को लेकर चिंतित है, जैसा कि उत्तर कोरिया का नवीनतम मॉलिगयोंग-1 जासूसी उपग्रह है। भले ही कई दृश्य मानव निर्मित अंतरिक्ष कबाड़ और उल्कापिंड जैसे “प्राकृतिक मलबे” के रूप में सामने आते हैं, यूएसएसएफ अपने सामने आने वाले खतरों की पहचान करने से चूकना नहीं चाहता है।
लेकिन कई बार जब बड़ी संख्या में ऐसी संदिग्ध चीजों की पहचान की जाती है, तो भले उनमें से अधिकतर चीजें मानव निर्मित अंतरिक्ष कबाड़ और उल्कापिंड जैसे “प्राकृतिक मलबे” ही क्यों ना हों, लेकिन USSF सभी की गहन निगरानी करने का प्रयास करता है, ताकि सामने आने वाले खतरों की पहचान करने में किसी प्रकार की कोई चूक ना हो।
क्या है यूनाइटेड स्टेट्स स्पेस फोर्स (USSF)?
आपको बता दें, साल 2019 में डोनाल्ड ट्रम्प के शासन के दौरान गठित की गई यूनाइटेड स्टेट्स स्पेस फोर्स (USSF) का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में मौजूद संभावित ‘खतरों की पहचान’ करना रहा है। अमेरिकी वायु सेना के दायरे से परे दुनिया की पहली अंतरिक्ष सेना की स्थापना रक्षा के लिए एक अतिरिक्त गार्ड के रूप में की गई थी। यूनाइटेड स्टेट्स स्पेस फोर्स ने फिलहाल संदिग्ध यूएफओ की पहचान करने और उन्हें ट्रैक करने की योजना बनाई हुई है।
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लेकिन यह दुनिया की पहली अंतरिक्ष सेना वर्तमान समय में दुश्मनों द्वारा गुप्त कक्षीय प्लेटफॉर्म लॉन्च करने जैस मुद्दों को लेकर भी चिंतित है। हाल में ही उत्तर कोरिया के लेटेस्ट मॉलिगयोंग-1 (Malligyong-1) जासूसी सैटेलाइट के रूप में इसका एक उदाहरण भी देखनें को मिला।