Tesla plans to invest up to $2 billion in India: दुनिया के सबसे अमीर शख्स की जब भी बात आती है तो हर किसी की जुबां पर एलन मस्क का नाम आता है, एलन मस्क की कुल संपत्ति 234.1 बिलियन डालर (19 लाख 20 हजार 723 करोड़) रुपये है जो दुनिया के कई देशों की सकल घरेलू उत्पाद क्षमता से भी अधिक है। अब एलन मस्क की Tesla कंपनी को लेकर एक नई अपडेट सामने आ रही है, जिसमें कंपनी दुनिया की 5 वी बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश भारत में निवेश के लिए तैयार है।
रिपोर्ट में बताया है कि, कंपनी भारत में अपनी फैक्टरी खोलने के लिए 2 अरब डॉलर तक के निवेश की योजना बना रही है। लेकिन एक शर्त के साथ,टेस्ला ने इसके लिए भारत सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है।
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि, अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कम्पनी Tesla ने भारत सरकार को निवेश के लिए एक प्रस्ताव भेजा है।अगर उसे 12,000 वाहनों के लिए रियायती शुल्क मिलता है, तो वह भारत में 500 (Tesla invest billion India) मिलियन यानी 50 करोड़ डॉलर का निवेश कर सकती है।
अगर रियायत 30,000 वाहनों तक बढ़ाई जाती है तो यह 2 अरब डॉलर तक जा सकती है। इस लिहाज से कंपनी की शर्त यह है कि अगर उसे भारत में फैक्टरी स्थापित करने के बाद पहले दो वर्षों में आयातित वाहनों पर 15 प्रतिशत रियायती शुल्क मिलता है, तो वह भारत में अपना कारखाना खोल देगी।
इंडिया के ट्रेड मिनिस्टर पीयूष गोयल का ‘ कैलिफोर्निया Tesla’ के प्लांट का दौरा
इंडिया के ट्रेड मिनिस्टर पीयूष गोयल ने हाल ही में कैलिफोर्निय के फ्रेमोंट (पूर्वी खाड़ी में सिलिकॉन वैली का निकटतम शहर) में Tesla के प्लांट का दौरा किया था, इससे पहले सितंबर में उन्होंने कहा था कि Tesla इस साल भारत से ऑटो पार्ट्स की खरीद को लगभग दोगुना कर 1.9 अरब डॉलर करने की योजना बना रही है।
ज्ञात हो,अब तक भारत की EV (Electric Vehicle) वाहनों में उच्च आयत करों की वजह से विदेशी Electric Vehicle कंपनियां भारतीय बाजारों में उतरने से कतराती रही है, मगर हाल फिलहाल भारत सरकार इंटरनेशनल ईवी मैन्युफैक्चरर्स के लिए इम्पोर्ट टैक्स में रियायते देने में विचार कर रही है
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इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है, भारत सरकार टेस्ला के साथ एक समझौते को अंतिम रूप देने के करीब है, जो अमेरिकी वाहन निर्माता को अगले साल से अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को देश में आयात करने की अनुमति देगा। साथ ही अगले दो वर्षों में एक स्थानीय कारखाने के लिए मार्ग भी प्रशस्त करेगा।
जनवरी में होने वाले वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में आधिकारिक एलान की उम्मीद है। इसके लिए गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने नामों पर चर्चा हो रही है। क्योंकि ये राज्यों में इलेक्ट्रिक वाहनों और निर्यात के लिए पहले से स्थापित इकोसिस्टम मौजूद है।
आपको बता दे, भारत में लोगों के बीच इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग लगातार बढ़ रही है,ऐसे में दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में एंट्री करना Tesla के लिए किसी वरदान के कम नहीं होगा, खासकर यह देखते हुए कि कंपनी ने हाल ही में अमेरिका, चीन और जर्मनी जैसे बड़े देशों में अपनी फैक्ट्रीज शुरू की हैं।