BYJU’S Gets ED Notice Over Rs 9,000 Crore FEMA Violation?: पहले से ही तमाम विवादों से घिरे भारतीय एडटेक दिग्गज BYJU’S के लिए मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सामने आ रही ताजा खबरों के मुताबिक, सरकारी जाँच एजेंसी – प्रवर्तन निदेशालय (ED) को BYJU’S द्वारा कथित तौर पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) कानूनों के उल्लंघन का पता लगा है।
गौर करने वाली बात ये है कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला लगभग ₹9,000 करोड़ के भुगतान से संबंधित बताया जा रहा है। हालांकि, इकोनॉमिक टाइम्स की हालिया रिपोर्ट में मामले के जानकार सूत्रों के हवाले से यह बताया गया है कि कंपनी को अभी तक नोटिस नहीं भेजा गया है, लेकिन ईडी जल्द ही इस मामले को लेकर एक बयान जारी कर सकती है।
इतना ही नहीं बल्कि रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले को लेकर BYJU’S का कहना है कि कंपनी को ईडी की ओर से कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है और ना ही फिलहाल इसको लेकर किसी प्रकार का कोई कम्यूनिकेशन किया गया है। इसको लेकर कंपनी ने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट करके भी जानकारी साझा की।
इस पोस्ट में कंपनी ने लिखा;
“BYJU’S साफ लहजे में उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन करता है, जो BYJU’S द्वारा किसी भी फेमा (FEMA) उल्लंघन को लेकर सामने आई हैं। कंपनी को अधिकारियों (ईडी) से ऐसा कोई कम्यूनिकेशन प्राप्त नहीं हुआ है।”
— BYJU'S (@BYJUS) November 21, 2023
BYJU’S Gets ED Notice Over FEMA Violation: क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स में ईडी के सूत्रों के हवाले से बताया गया कि BYJU’S ने 2011 से 2023 के बीच लगभग ₹28,000 करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त किया। साथ ही इसी अवधि के दौरान, कंपनी ने ओवरसीज डायरेक्ट इंवेस्टमेंट के रूप में ₹9,754 करोड़ की राशि कई विदेशी कंपनियों को भी भेजी।
अप्रैल में ईडी ने की थी छापेमारी?
आपको अगर याद हो तो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसी साल अप्रैल के दौरान बेंगलुरु में रवींद्रन बायजू (Raveendran Byju) और उनकी कंपनी, थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (Think & Learn Private Limited) से संबंधित तीन स्थानों पर छापेमारी की थी।
असल में थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ही जाने-मानें ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म BYJU’S का संचालन करती है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह करवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) नियमों के तहत की थी। इस छापेमारी के दौरान जाँच एजेंसी ने कुछ ‘डॉक्यूमेंट्स’ और ‘डिजिटल डेटा’ जब्त भी किए थे, जिसकी जानकारी खुद ईडी ने ट्वीट करके दी थी।
उस दौरान कंपनी की ओर से यह सफ़ाई दी गई थी कि यह फेमा (FEMA) के तहत की जाने वाली एक नियमित जाँच प्रक्रिया थी। वहीं कंपनी के सीईओ की ओर से यह कहा गया था कि BYJU’S दूसरे किसी स्टार्टअप की तुलना में सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लेकर आई है और यह सभी नियमों और क़ानून का पालन करती है।