Site icon NewsNorth

BYJU’S बनाएगी ‘बोर्ड एडवाइजरी कमेटी’, विवादों के बीच बड़ा फैसला

byjus-aakash-insitute-appoints-deepak-mehrotra-as-new-ceo

Credits: Wikimedia commons

BYJU’S Will Form Board Advisory Committee: भारत के नामी एडटेक स्टार्टअप्स में से एक BYJU’S के लिए वर्तमान समय बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। हाल में कंपनी तमाम तरीके के ‘विवादों और आरोपों’ से घिरी नजर आ रही है। ऐसे में कंपनी ने तमाम मुद्दों पर विचार-विमर्श को लेकर 4 जुलाई को शेयरधारकों की एक्स्ट्रा-ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) बुलाई थी, जिसमें कुछ अहम फैसले लिए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी की इस बैठक में एक बोर्ड एडवाइजरी कमेटी (BAC) के गठन का प्रस्ताव भी रखा गया। माना जा रहा है कि कंपनी जल्द ही इस दिशा में काम शुरू कर सकती है।

खबरों के अनुसार, BYJU’S के संस्थापक और सीईओ, बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) ने बैठक में बताया कि आगामी तीन हफ्तों में फिर एक एक्स्ट्रा-ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग बुलाई जाएगी, जिसमें प्रस्तावित ‘बोर्ड एडवाइजरी कमेटी’ की संरचना और सदस्यों को लेकर विस्तारित चर्चा होगी।

BYJU’S Board Advisory Committee: क्या होगा कमेटी का काम?

वित्तीय खामियों समेत तमाम आरोपों का सामना कर रही BYJU’S से हाल में इसके 3 प्रमुख बोर्ड सदस्यों व ऑडिटिंग की जिम्मेदारी निभा रहे Deloitte ने इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने वाले बोर्ड सदस्यों में कंपनी के प्रमुख निवेशकों – Sequoia Capital India (अब Peak XV), Chan-Zuckerberg Initiative और Naspers Ventures के प्रतिनिधित्व शामिल रहे।

इसके बाद ही ऑडिट की समयसीमा, आकाश के आईपीओ, फंडिंग जुटाने की कोशिश आदि जैसे तमाम मुद्दों को लेकर एक एक्स्ट्रा-ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग बुलाई गई, जिसमें बोर्ड एडवाइजरी कमेटी के गठन को लेकर कंपनी के संस्थापक, रवींद्रन ने शेयरधारकों को बताया;

“बोर्ड एडवाइजरी कमेटी मुख्य तौर पर एक वर्किंग ग्रुप के रूप में काम करेगी, जिसमें विभिन्न कॉरपोरेट सेक्टरों में अनुभव रखने वाले स्वतंत्र डायरेक्टर्स शामिल होंगे।”

इस कमेटी मूल रूप से उपयुक्त बोर्ड स्ट्रक्चर और गवर्नेंस सिस्टम के निर्माण को लेकर कंपनी के सीईओ को सलाह देने और उनका मार्गदर्शन करने का काम करेगी।

क्या Byju Raveendran छोड़ रहे हैं CEO का पद? 

इस मीटिंग के बाद ही, इंटरनेट पर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि मीटिंग के दौरान कुछ निवेशकों ने मौजूदा विवादों को देखते हुए, कंपनी के वर्तमान सीईओ बायजू रवींद्रन से अस्थाई तौर पर पद छोड़ने के लिए भी कहा। पर बोर्ड में रवींद्रन के परिवार की मजबूत स्थिति को देखते हुए, इसे लागू नहीं किया जा सका।

हालाँकि बाद में इसका खंडन करते हुए, यह बताया गया कि एक्स्ट्रा-ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग में किसी भी प्रकार से सीईओ को बदलने को लेकर चर्चा नहीं की गई और ना ही ऐसा कोई विषय मीटिंग के एजेंडे में शामिल था।

See Also

कॉर्पोरेट गवर्नेंस में खामियों को लेकर सरकार ने दिया निरीक्षण का आदेश : रिपोर्ट

यह खबर ऐसे वक्त में आई है जब कुछ ही दिनों पहले CNBC-TV18 की एक हालिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह सामने आया था कि भारत सरकार के कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने कॉर्पोरेट गवर्नेंस में तमाम खामियों के आरोपों का संज्ञान लेते हुए, एडटेक स्टार्टअप BYJU’S का निरीक्षण (Inspection) शुरू करने संबंधित आदेश जारी किया है।

वहीं कुछ हफ़्तों पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा बेंगलुरु में कंपनी के संस्थापक और सीईओ, बायजू रवींद्रन  और उनकी कंपनी, थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित तीन स्थानों पर छापेमारी की बात भी सामने आई थी।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह करवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) नियमों के तहत की थी। इस छापेमारी के दौरान जाँच एजेंसी ने कुछ ‘डॉक्यूमेंट्स’ और ‘डिजिटल डेटा’ जब्त भी किए थे, जिसकी जानकारी खुद ईडी ने ट्वीट करके दी थी।

ऐसे में जाहिर है कि अमेरिकी ऋणदाताओं के चल रहे विवाद और इन तमाम विषयों को देखते हुए, कंपनी के शेयरधारकों और निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं। फिलहाल सबकी निगाहें वित्त वर्ष 2022 की ऑडिट रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही हैं।

Exit mobile version