संपादक, न्यूज़NORTH
Amazon to Invest $15 Billion More in India: भारतीय बाजार में मौजूद संभावनाओं को देखते हुए, दुनिया भर की तमाम टेक कंपनियाँ लगातार देश में अपने निवेश को बढ़ाने की कोशिश कर रहीं हैं। और इसी कड़ी में अब भारत के प्रधानमंत्री के अमेरिकी दौर के दौरान उनसे मुलाकात करने वाले अमेजन (Amazon) के सीईओ, एंडी जेसी (Andy Jassy) ने एक बड़ा ऐलान किया है।
असल में अमेजन ने आने वाले सात सालों में भारत में अपने निवेश को दोगुना से अधिक करने का फैसला किया है। इस बात का ऐलान खुद कंपनी के सीईओ ने किया।
बता दें, इस ई-कॉमर्स दिग्गज के सीईओ, एंडी जेसी के मुताबिक, कंपनी अब तक भारत में लगभग $11 बिलियन का निवेश कर चुकी है और आगामी साल 2030 तक और $15 बिलियन निवेश करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा;
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में साल 2030 तक भारत में Amazon द्वारा $26B तक का निवेश करने की प्रतिबद्धता को लेकर चर्चा हुई।”
“हम साथ मिलकर देश में स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने के साथ ही साथ, नौकरियों के नए अवसर पैदा करने, निर्यात को बढ़ावा देने और छोटे उद्यमियों व व्यवसायों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकने के लिए सशक्त बनाने का काम करेंगे।”
संभावना यही जताई जा रही है कि इस नई निवेश राशि का अधिकांश हिस्सा भारत में अमेजन वेब सर्विस (AWS) के विस्तार को लेकर इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसी अटकलें इसलिए भी तेज हैं क्योंकि कंपनी ने पिछले महीनें ही यह बयान दिया था कि वह 2030 तक दक्षिण एशियाई देश में अपने क्लाउड कारोबार के विस्तार को लेकर $12.7 बिलियन तक का निवेश कर सकती है।
Amazon to Invest $15 Billion More in India
इस बात में कोई शक नहीं है कि भारत अमेजन के लिए सबसे बड़े विदेशी बाजार में से एक है। देश में वॉलमार्ट (Walmart) समर्थित फ्लिपकार्ट (Flipkart) के साथ कंपनी सीधी प्रतिस्पर्धा करती है।
अमेजन (Amazon) इस ऐलान के साथ, उन दिग्गज अमेरिकी कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है, जिन्होंने हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान के साथ दक्षिण एशियाई बाजार के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए, व्यापक निवेश करने का वादा किया है।
इस लिस्ट में गूगल (Google), माइक्रॉन (Micron) जैसी कंपनियाँ भी शामिल हैं। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने यह दोहराया कि कंपनी भारत के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए $10 बिलियन का निवेश कर रही है। इतना ही नहीं बल्कि कंपनी ने गुजरात स्थित गिफ्ट सिटी अपना वैश्विक फिनटेक ऑपरेशन सेंटर खोलने का ऐलान भी किया।
वहीं नामी अमेरिकी सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी, माइक्रॉन (Micron) ने भी गुजरात में अपना प्लांट लगाने और लगभग $2.7 बिलियन तक के निवेश की बात कही है।
क्यों खास है भारत में निवेश का ये समय?
भारत पिछले कुछ समय सेवैश्विक पटल पर खुद को चीन के एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश करते हुए, तमाम टेक दिग्गज कंपनियों को आकर्षित करने में कामयाब रहा है।
अपनी ‘पीएलआई’ और ‘मेक-इन-इंडिया’ जैसी स्कीमों के जरिए, केंद्र सरकार Apple के टॉप निर्माताओं से लेकर Tesla जैसी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर ये कंपनियाँ चीन पर अपनी निर्भरता को कम करते हुए, क्यों ना भारत में मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत और विस्तार करें।
इस दिशा में हो रहे प्रयासों के चलते काफी सकारात्मक संकेत भी मिले हैं। विशेषकर महामारी के बाद अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के चलते, अब अमेरिकी एक कंपनियों के लिए भारत पहली पसंद बनकर उभर रहा है।