Startup Funding – TradingLeagues: फैंटेसी गेमिंग सेगमेंट भी कई आयामों में अपना प्रसार कर रहा है और दिलचस्प ये है कि इस क्षेत्र में कार्यरत स्टार्टअप्स निरंतर निवेशकों को भी आकर्षित करने में कामयाब होते नजर आ रहे हैं।
इसी कड़ी में अब फैंटेसी स्टॉक गेमिंग ऐप TradingLeagues ने भी अपने प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में $3.5 मिलियन (लगभग ₹28 करोड़) का निवेश हासिल किया है। कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व Leo Capital ने किया।
साथ ही इस दौर में Jeejeebhoy Family Office और केपी बलराज (Sequoia India और Westbridge Capital के सह-संस्थापक) के फैमिली ऑफिस समेत कुछ नए निवेशकों ने भी अपनी भागीदारी दर्ज करवाई।
बेंगलुरू आधारित यह कंपनी प्राप्त की गई इस नई पूँजी का इस्तेमाल मुख्य रूप से अपने उपयोगकर्ता आधार व कम्यूनिटी का विस्तार करने तथा ऐप अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए करेगी।
आपको बता दें, TradingLeagues नामक इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत नवंबर 2022 में की गई थी। इसका संचालन RAIN Technologies के द्वारा किया जाता है, जिसकी शुरुआत रघु कुमार (सह-संस्थापक, Upstox) और हर्ष अग्रवाल (सह-संस्थापक, AGacquisitions) ने मिलकर की थी। बता दें यह कंपनी एक सोशल इन्वेस्टमेंट ऐप TradingRooms का भी संचालन करती है।
बात TradingLeagues की करें तो इसे फिनटेक और गेमिंग के समागम वाले एक निवेश और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में देखा जा सकता है।
इस गेमिंग ऐप पर उपयोगकर्ता ‘मुफ्त’ में या फिर ‘सशुल्क’ फैंटेसी ट्रेडिंग लीग, भविष्यवाणियों व संकेतों की टेस्टिंग, निवेश रणनीति बनाने आदि के माध्यम से स्टॉक मार्केट कौशल विकसित करने जैसी सहूलियतों का लाभ उठा सकते हैं।
यह प्लेटफॉर्म 4 तरह के गेमों के जरिए भारतीय और अमेरिकी शेयर बाजार के साथ ही साथ क्रिप्टो बाजार की भी गहरी समझ विकसित करने में मददगार साबित हो सकता है। इसके तहत उपयोगकर्ताओं को ‘पोर्टफोलियो बिल्डिंग’ और ‘डे ट्रेडिंग’ जैसे कौशल सीखने में मदद मिलती है।
करीब पांच महीने पहले लॉन्च हुआ यह ऐप फिलहाल 7.5 लाख से अधिक डाउनलोड दर्ज कर चुका है और कंपनी जल्द इस आँकड़े के दस लाख पार जाने का भी दावा करती है।
इस बीच कंपनी के सह-संस्थापक, रघु कुमार ने कहा;
“अधिकांश भारतीयों को आज भी वित्तीय बाजारों तक पहुंच हासिल नहीं है, और यही वजह है कि वह मौजूदा दौर में भी शेयर बाजारों से हो सकने वाली कमाई की क्षमता के बारे में जागरूक नहीं हैं। ऐसे में TradingLeagues इस समस्या के सामाधन के साथ सामने आया है।”