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AWS to invest $12.7 billion in India: भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट बाज़ार है और ऐसे में देश के भीतर क्लाउड, डिजिटल या सर्वर आदि संबंधित इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रसार की व्यापक संभावनाएँ मौजूद हैं। और अब इस क्षेत्र से जुड़ी दिग्गज कंपनी “अमेजन वेब सर्विसेज” (Amazon Web Services या AWS) ने भारत को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है।
असल में दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) की क्लाउड कंप्यूटिंग इकाई ‘अमेजन वेब सर्विसेज’ (AWS) ने गुरुवार को यह घोषणा की है कि कंपनी साल 2030 तक भारत में ₹1,05,600 करोड़ (लगभग $12.7 बिलियन) का निवेश करेगी।
कंपनी के अनुसार, देश में क्लाउड सर्विस को लेकर ग्राहकों की बढ़ती माँग को पूरा कर सकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। भारत में बढ़ती स्टार्टअप्स की संख्या व अन्य तमाम कारणों के चलते क्लाउड सेवाओं को अपनाने की दर्ज में तेजी आई है।
जाहिर है इस कदम के चलते, दक्षिण एशियाई भाग में दो डेटा सेंटर्स रखने वाली अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) देश के क्लाउड सेवा बाजार में अपने प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ते हुए, अधिक से अधिक बाजार हिस्सेदारी हासिल करना चाहती है।
ये निवेश इस लिहाज से भी जरूरी हो जाता है क्योंकि AWS के प्रतिद्वंदियों में Google Cloud और Microsoft जैसे दिग्गज नाम शुमार हैं, जो भारत में क्रमशः दो और तीन डेटा सेंटर्स का संचालन कर रहे हैं।
बताते चलें AWS के भारत में दो डेटा सेंटर्स हैं, जिनमें से एक “मुंबई” में है, जिसे 2016 में लॉन्च किया गया था। वहीं दूसरा नवंबर 2022 में लॉन्च किया गया, जो “हैदराबाद” में है।
AWS to invest $12.7 billion in India: देश में क्या होगा असर?
अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) के अनुसार, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में इस भारी निवेश के चलते हर साल औसतन 1,31,700 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इसके तहत इंजीनियरिंग, निर्माण, रखरखाव और दूरसंचार समेत अन्य तमाम कार्यों के लिए भर्तियों की जा सकती हैं।
इसके पहले कंपनी ने देश में AWS इन्फ्रास्ट्रक्चर में $3.7 बिलियन का निवेश किया था, और पिछले ही साल 2030 तक $4.4 बिलियन के निवेश की बात कही थी। लेकिन अब $12.7 बिलियन के इस नए ऐलान के साथ, AWS द्वारा देश में निवेश का कुल आँकड़ा आगामी साल 2030 तक कुल ₹1,36,500 करोड़ (लगभग $16.4 बिलियन) तक पहुँच जाएगा।
इस तरह अपने कुल निवेश के चलते 2030 तक भारत के कुल जीडीपी में AWS करीब ₹1,94,700 करोड़ (~ $23.3 बिलियन) का योगदान देती नजर आ सकती है।
भारत में AWS क्लाउड प्लेटफॉर्म स्टोरेज, रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत 200 से अधिक सेवाएं प्रदान करता है। भारत में इसके ग्राहकों की लिस्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), एक्सिस बैंक (Axis Bank), एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life), नीति आयोग, Acko, BankBazaar, Titan, PhysicsWallah व अन्य कई दिग्गज नाम शामिल हैं।
एक अनुमान के मुताबिक, भारत का क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर बाजार आगामी साल 2026 तक $13 बिलियन का हो जाएगा। ऐसे में Amazon को इसमें विकास और मुनाफे की काफी गुंजाइश नजर आ रही हैं।
लेकिन यह कंपनी के लिए इतना भी आसान नहीं होने वाला, क्योंकि अब से बड़े घरेलू खिलाड़ियों से भी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा, जिसमें भारतीय अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) का नाम सबसे प्रमुख है, क्योंकि अडानी देश भर में डेटा सेंटर्स का नेटवर्क स्थापित करने को लेकर भारी निवेश कर रहे हैं।
हाल में ही AWS India ने की है छंटनी
लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि यह निवेश और नई नौकरियों की बात ऐसे वक्त में की जा रही है जब कुछ ही दिनों पहले कंपनी ने लगात में कटौती को चलते, देश में अपने AWS डिवीजन से 400-500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
यह Amazon द्वारा हाल में वैश्विक पुनर्गठन के हिस्से के रूप में वैश्विक स्तर पर की जा रही 9,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी का ही एक हिस्सा है।