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Paytm का राजस्व 52% बढ़कर पहुँचा ₹2,335 करोड़, घाटे में आई कमी

Paytm का राजस्व 52% बढ़कर पहुँचा ₹2,335 करोड़, घाटे में आई कमी

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Q4 Results – Paytm Revenue Jumps, Net Loss Narrows: भारत की सबसे लोकप्रिय फिनटेक कंपनियों में से एक पेटीएम (Paytm) पर मालिकाना हक रखने वाली One97 Communications ने वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही (Q4) के लिए अपने वार्षिक और तिमाही वित्तीय आँकड़े पेश जारी किए हैं।

ये आँकड़े कंपनी के लिए काफी उत्साहजनक नजर आ रहे हैं। कंपनी ने एक ओर जहाँ अपने राजस्व या कहें तो कमाई में जबरदस्त उछाल दर्ज किया है, वही दूसरी ओर विजय शेखर शर्मा के नेतृत्व वाली ये कंपनी अपने घाटे को भी कम करने में कामयाब नजर आ रही है।

Paytm Revenue Jumps 52% 

कंपनी द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पेटीएम (Paytm) ने मार्च यानी चौथी तिमाही में राजस्व में 52% की बढ़त दर्ज की है, और इस लिहाज से कंपनी का राजस्व अब ₹2,335 करोड़ तक पहुँच गया है। बता दें पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का राजस्व ₹1540.9 करोड़ था।

वहीं इस अवधि के लिए कंपनी का घाटा ₹168 करोड़ तक सिमट गया, जबकि पिछले साल संबंधित तिमाही के लिए ये आँकड़ा ₹763 करोड़ था।

Paytm Revenue Jumps 52% 
Credit: Wikimedia Commons

कंपनी के मुताबिक, इस बार की मार्च तिमाही में इसके पेमेंट सर्विस सेगमेंट का राजस्व 41% की बढ़त के साथ ₹1,467 करोड़ रहा। वहीं अगर सरकार की ओर से पिछली तिमाहियों के UPI प्रोत्साहन को निकाल दिया जाए तो हम देखेंगे कि कंपनी के पेमेंट्स सेगमेंट के राजस्व में 28% की बढ़त हुई है।

मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही (Q4) में कंपनी का ‘नेट पेमेंट मार्जिन’ वार्षिक आधार पर 158% की बढ़त के साथ ₹687 करोड़ तक पहुँच गया। वहीं पिछली तिमाहियों के UPI प्रोत्साहन को निकाल कर देखने पर नेट पेमेंट्स मार्जिन में 107%  की बढ़त नजर आती है, और यह आँकड़ा ₹554 करोड़ रहा।

बताते चलें की पेटीएम (Paytm) ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के लिए यूपीआई (UPI) प्रोत्साहन राशि के रूप में ₹49 करोड़ प्राप्त किए। वहीं पूरे वित्तीय वर्ष के लिए कंपनी को कुल यूपीआई प्रोत्साहन राशि के रूप में ₹182 करोड़ मिले।

दिलचस्प रूप से पूरे वित्त वर्ष 2022-23 की बात की जाए तो कंपनी का नेट पेमेंट्स मार्जिन 2.9 गुना बढ़ते हुए ₹1,970 करोड़ हो गया है। वहीं पेटीएम (Paytm) की ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) इस चौथी तिमाही में 40% बढ़कर ₹3.62 लाख करोड़ हो गई है।

साथ ही साथ डिवाइस सब्सक्रिप्शन से भी कंपनी की कमाई में इज़ाफ़ा हुआ है। संबंधित तिमाही के अंत तक लगभग 68 लाख दुकानदारों द्वारा कंपनी का डिवाइस सब्सक्रिप्शन लिया गया है। ये इसलिए और दिलचस्प हो जाता है क्योंकि मार्च 2022 में यही आँकड़ा महज 29 लाख था।

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रिपोर्ट में आगे देखा जाए तो इस मार्च तिमाही के दौरान Paytm कुल 1.2 करोड़ लोन बाँटने का दावा किया है, जो सलाना आधार पर 82% की बढ़त बताई जा रही है। इन लोनों के तहत कुल ₹12,554 करोड़ की राशि दी गई है।

जैसा अनुमानित था, इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद, शुक्रवार को एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर कंपनी की शेयर क़ीमतों में लगभग 3% का उछाल देखने को मिला और यह ₹691.40 तक पहुँच कर बंद हुए।

पूरे वित्त वर्ष 2023 के लिए कंपनी ने राजस्व में 61% की वृद्धि दर्ज की है और यह आँकड़ा ₹7,990 करोड़ रहा, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2023 में कुल घाटा ₹1,776.5 करोड़ रहा है।

कंपनी के मुताबिक, फरवरी 2023 में UPI Lite सुविधा को लॉन्च करने के बाद से कंपनी 55 लाख ग्राहकों को प्लेटफॉर्म से जोड़ चुकी है।

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