संपादक, न्यूज़NORTH
Samsung becomes top smartphone brand in India: भारतीय स्मार्टफोन बाजार आज भी अपार संभावनाओं से भरा हुआ है, इसके इतने विशाल स्वरूप को देखते हुए, भारत समेत दुनिया भर की टेक दिग्गज कंपनियाँ अधिक से अधिक हिस्सेदारी हासिल करने की कोशिश करती रहीं हैं।
और इन्हीं कोशिशों में एक बार फिर दक्षिण कोरियाई कंपनी, सैमसंग (Samsung) सबसे आगे निकलती दिखाई दे रही है। जी हाँ! असल में Canalys की एक नई सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, Samsung एक बार फिर भारत का टॉप स्मार्टफोन ब्रांड बनकर उभरा है।
इसका साफ सा मतलब है कि लगातार पिछली 20 तिमाहियों से शीर्ष स्थान पर बने रहने वाला Xiaomi इस बार अपनी जगह नहीं बचा सका और फिर से Samsung की बादशाहत क़ायम होते दिखी।
असल में 2022 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही या कहें तो चौथी तिमाही (Q4) में Samsung ने भारतीय बाजार में कुल 21% की हिस्सेदारी हासिल करते हुए लगभग स्मार्टफोन्स की 6.7 मिलियन यूनिट्स बेचीं।
वहीं Vivo ने संबंधित तिमाही में 6.4 मिलियन यूनिट्स की शिपमेंट के साथ दूसरे स्थान पर जगह बनाई और लगभग 20% की बाजार हिस्सेदारी हासिल की।
लेकिन इतना जरूर है कि अगर पूरे साल 2022 की बात की जाए तो उस मामले में अभी भी Xiaomi अपने शीर्ष स्थान को बनाए रखे हुए है, वहीं इस मामले में Samsung दूसरे स्थान पर है।
हालाँकि वार्षिक रूप से देखने पर Xiaomi ने शिपमेंट में कुल 26% की गिरावट दर्ज की है, वहीं Samsung के लिए यह आँकड़ा सिर्फ 5% का ही रहा।
Samsung becomes top smartphone brand in India
यह भी गौर करने वाली बात है कि दिसंबर तिमाही में भारत के कुल स्मार्टफोन बाजार में 151.6 मिलियन यूनिट के शिपमेंट दर्ज किए गए जो 2021 की तुलना में लगभग 6% की गिरावट कही जा सकती है।
इस रिपोर्ट को देखते हुए, Canalys के विश्लेषक संयम चौरसिया ने कहा;
“वैश्विक मंदी की चुनौती से निपटने के लिहाज से भारत अन्य बाजारों की तुलना में बेहतर स्थिति में रहा था, लेकिन इतना ज़रूर है कि घरेलू उपभोक्ता खर्च 2022 के आखिरी कुछ महीनों में कम हो गया।”
भले बीते साल के अंतिम महीनों में दीवाली व अन्य त्यौहारों की वजह से बाजार में थोड़ी वृद्धि दिखाई थी, लेकिन बाद में माँग कम होती गई। असल में सेमीकंडक्टर व अन्य चीजों की आपूर्ति से संबंधित मसलो और वैश्विक मैक्रोइकॉनॉमिक हालातों को चलते, कम माँग की वजह से साल 2023 की शुरुआत में शिपमेंट में गिरावट आई है।
यह आँकड़े ऐसे वक्त में आए हैं जब हाल में ही भारत के राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने सैमसंग इंडिया (Samsung India) पर सीमा शुल्क की चोरी का आरोप लगाते हुए यह पूछा है कि आखिर दक्षिण कोरिया आधारित सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स (Samsung Electronics) की इस सहायक कंपनी से ब्याज के साथ लगभग ₹1,728.47 करोड़ की वसूली क्यों न की जाए?
असल में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला ‘सैमसंग इंडिया’ द्वारा अपनी एक नेटवर्किंग डिवाइस – रिमोट रेडियो हेड (RRH) के बारे में दी गई गलत जानकारी और गलत वर्गीकरण से संबंधित है। कंपनी पर आरोप है कि इन गलत जानकारियों के जरिए यह मूल सीमा शुल्क में अनुचित तरीके से छूट का लाभ उठाना चाहती थी।