Now Reading
Byju’s पर बच्चों और पैरेंट्स के फोन नंबर खरीदने और धमकाने का आरोप: NCPCR

Byju’s पर बच्चों और पैरेंट्स के फोन नंबर खरीदने और धमकाने का आरोप: NCPCR

byjus-aakash-insitute-appoints-deepak-mehrotra-as-new-ceo

Byju’s buying phone numbers of kids, parents and threatening them?: भारत के एडटेक स्टार्टअप क्षेत्र में एक बड़ा नाम बन चुका Byju’s हाल ही में विवादों में घिरता नजर आ रहा है। वैसे विवादों से कंपनी का रिश्ता नया नहीं है। लेकिन अब कंपनी पर जो आरोप लगे हैं, वो वाकई बेहद गंभीर हैं।

हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस बार खुद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने इस एडटेक यूनिकॉर्न पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

ऐसी तमाम ख़बरें सबसे पहले पाने के लिए जुड़ें हमारे टेलीग्राम चैनल से!: (टेलीग्राम चैनल लिंक)

असल में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) का आरोप लगाया है कि उन्हें यहाँ जानकारी मिली है कि एडटेक स्टार्टअप Byju’s लोगों के डेटा खरीदता है, जिसमें खास कर तौर पर बच्चों और उनके माता-पिता (पैरेंट्स) के फोन नंबर आदि शामिल होते हैं, और कंपनी उन्हें अपने कोर्स खरीदने के लिए मजबूर करती है।

इतना ही नहीं बल्कि अपने कोर्स को बेचने के लिए कंपनी पर पैरेंट्स को धमकाने जैसे आरोप तक लगाए गए हैं।

Byju’s buying phone numbers of kids, parents and threatening them: NCPCR 

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो (Priyank Kanoongo) ने समाचार एजेंसी ANI से कहा कि;

“हमें पता चला है कि कैसे Byju’s बच्चों और उनके पेरेंट्स के फोन नंबर खरीद रही है और उन्हें धमका रही है कि अगर उन्होंने कोर्स नहीं खरीदा तो उनके बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। कंपनी पहली-पीढ़ी के छात्रों को टार्गेट कर रही है।”

इतना ही नहीं बल्कि आयोग के अध्यक्ष ने आगे कहा कि;

“हम इसको लेकर कार्रवाई शुरू करेंगे और जरूरत पड़ी तो रिपोर्ट बनाकर सरकार को भी भेजेंगें।”

See Also
backpacker-startup-the-hosteller-raises-rs-48-crore-led-by-v3-ventures

आपको बतातें चलें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को ही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने Byju’s के संस्थापक और सीईओ, बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) को समन जारी करते हुए 23 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा था।

edtech-startup-classmonitor-raises-rs-10-cr-funding

खबरों के मुताबिक, आयोग ने उन्हें कंपनी द्वारा बच्चों के लिए चलाए जा रहे कोर्स, कोर्स की संरचना, कोर्स की फीस, सक्रिय छात्रों की संख्या, रिफंड पॉलिसी और Byju’s को एक वैध एडटेक कंपनी के रूप में मान्यता देने वाले कानूनी दस्तावेज और अन्य जानकारियाँ प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं।

जारी किए गए समन में कंपनी पर ये आरोप था कि इसने अपने कोर्स को बेचने के लिए सख्त और अनुचित तरीकों की प्रथा को अपनाया है।

असल में यह समन एक मीडिया रिपोर्ट के सामने आने के बाद जारी किया गया था, जिसमें यह कहा गया कि कंपनी के ग्राहकों ने बताया था कि कंपनी ने कैसे उनका शोषण किया और उन्हें धोखा दिया। कंपनी उनकी बचत को खा रही थी और उनके भविष्य को खतरे में डाल रही थी।

आयोग के मुताबिक, उस रिपोर्ट में यह भी आरोप सामने आए थे कि Byju’s खुले तौर पर ग्राहकों को कोर्स लेने के लिए एक ऐसा लोन-आधारित एग्रीमेंट को करने के लिए उकसा रहा है, जिसे ना ही कैंसिल किया जा सकता है और ना ही उस पर रिफंड मिलता है।

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.