संपादक, न्यूज़NORTH
Startup Funding – Statiq: भारत जैसे किसी भी देश के लिए, जो तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के प्रयास कर रहा है, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग नेटवर्क क्षमता का विस्तार बेहद अहम कदम है।
इसी दिशा में कार्यरत भारतीय स्टार्टअप Statiq ने अब अपने सीरीज-ए फंडिंग राउंड के तहत $25.7 मिलियन (लगभग ₹200 करोड़) का निवेश हासिल किया है। आपको बता दें कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व Shell Ventures ने किया है।
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गुरुग्राम आधारित इस कंपनी के अनुसार, प्राप्त की गई इस राशि का इस्तेमाल मुख्य रूप से प्रोडक्ट इंजीनियरिंग और नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर क्षमताओं के विस्तार के साथ ही कोर टीम को मजबूत करने के लिए भी किया जाएगा।
Statiq की शुरुआत साल 2019 में राघव अरोड़ा (Raghav Arora) और अक्षित बंसल (Akshit Bansal) ने मिलकर की थी।
इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को Statiq ऐप के जरिए आसपास के चार्जिंग स्टेशन को तलाशनें, उन्हें बुक करने और ऐप के ही ज़रिए भुगतान कर सकने जैसी सहूलियतें मिलती हैं।
मौजूदा समय में कंपनी भारत के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग नेटवर्क में से एक होने का दावा करती है।
इस बीच निवेश पर बोलते हुए कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ, अक्षित बंसल ने कहा;
“Shell और Statiq देश में परिवहन के पर्यावरण अनुकूल विकल्पों की दिशा में परिवर्तन को सक्रिय रूप से चलाने का एक समान दृष्टिकोण साझा करते हैं। एक निवेशक के रूप में Shell Ventures का हमारे साथ जुड़ना, कंपनी के लिए एक अहम पड़ाव है।”
ईवी चार्जर्स के लिए एंड-टू-एंड इकोसिस्टम प्रदान करने के अपने प्रयासों के तहत कंपनी ने हाल ही में Hero Electric के साथ साझेदारी की है।
इतना ही नहीं बल्कि इसनें उत्तर भारतीय राज्यों में संयुक्त ईवी चार्जिंग नेटवर्क को बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता Ather से भी हाथ मिलाया है।
कंपनी के सह-संस्थापक और सीटीओ, राघव अरोड़ा ने कहा;
“कंपनी अब अपने संचालन को बेहतर बनाते हुए क्वॉलिटी, सुरक्षा और पर्यावरण मानकों की दिशा में काम करने में तेजी लाएगी, जिसमें Shell ग्रुप के विशेषज्ञों का भी साथ मिल सकेगा।”
“हम तकनीक, इनोवेशन और प्रोडक्ट डेवलपमेंट में और निवेश करते हुए, व्यवसाय को तेजी से बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।”
ज़ाहिर है, भारत जैसा देश जिसने साल 2030 तक देश में कुल यात्री कारों की बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी को 30% और ई-स्कूटर/बाइक जैसे दोपहिया वाहनों की बिक्री की हिस्सेदारी को लगभग 80% तक पहुँचानें का लक्ष्य बनाया हो, उसके लिए वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना बेहद ज़रूरी हो जाता है।