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सेल्फ-ड्राइविंग वाहन स्टार्टअप Minus Zero ने Chiratae Ventures ने नेतृत्व में हासिल किया लगभग ₹13 करोड़ का निवेश

सेल्फ-ड्राइविंग वाहन स्टार्टअप Minus Zero ने Chiratae Ventures ने नेतृत्व में हासिल किया लगभग ₹13 करोड़ का निवेश

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Self-driving vehicle startup, Minus Zero raises $1.7 million funding: जब भी सेल्फ ड्राइविंग वाहनों का ज़िक्र आता है, तो हमें Tesla, Waymo (Google) जैसी कुछ वैश्विक कंपनियों के नाम ध्यान में आते हैं। पर ऐसा नहीं है कि ये चुनिंदा कंपनियाँ ही अब इन भविष्य को वाहनों से जुड़ी संभावनाएँ तलाश रहीं हैं।

बीते कुछ सालों में भारत में भी ऐसे कुछ ऐसे नाम उभर कर सामने आए हैं जो सेल्फ़ ड्राइविंग वाहनों से जुड़ी तकनीक को ‘वास्तविकता का रूप’ देने के लिए सराहनीय ढंग से प्रयास कर रहे हैं। और उन्हें निवेशकों का भी समर्थन प्राप्त होता नज़र आने लगा है। असल में हम बात कर रहे नहीं भारत के पहले सेल्फ़-ड्राइविंग वाहन स्टार्टअप कहे जाने वाले Minus Zero की जिसने अपने सीड फंडिंग राउंड में $1.7 मिलियन (लगभग ₹13 करोड़) का निवेश हासिल करने का ऐलान किया है।

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कंपनी को यह निवेश Chiratae Ventures ने नेतृत्व में मिला है। इसके साथ ही निवेश दौर में JITO Angel Network समेत NVIDIA और Lyft जैसी कंपनियों के आधिकारियों तथा अन्य ने भी भागीदारी दर्ज करवाई है।

प्राप्त किए गए इस नए फंड का इस्तेमाल कंपनी अपनी सेल्फ ड्राइविंग तकनीक को लेकर रिसर्च एंड डिवेलप्मेंट से संबंधित विकास बुनियादी ढांचे का निर्माण करने और अपने वाहनों को सड़कों पर उतारने के मक़सद के साथ टीम का विस्तार करने के लिए करेगी।

फ़िलहाल बेंगलुरु आधारित यह कंपनी साल 2022 के अंत या आगामी साल 2023 की शुरुआत में अपना अपना सेल्फ ड्राइविंग वाहन (यूज़-केस) को सार्वजनिक रूप से लॉन्च करने का इरादा लेकर आगे बढ़ रही है।

Minus Zero की शुरुआत साल 2021 में गगनदीप रीहल (Gagandeep Reehal) और गुरसिमरन कालरा (Gursimran Kalra) ने मिलकर की।

Minus Zero

इस स्टार्टअप का मानना है कि यह सेल्फ-ड्राइविंग के लिए एक सस्ती तकनीक के निर्माण का प्रयास कर रहा है, जिसके लिए हाई एंड, हाई डेफिनिशन कैमरों, व्यापक डेटा कलेक्शन और सेंसर जैसे LIDAR (लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग) का उपयोग किया जा रहा है।

कंपनी के मुताबिक़, सेल्फ-ड्राइविंग कारों की जटिलता को बहुत अधिक सेंसर या पेटाबाइट्स में डेटा को स्टोर करने जैसे समाधानों के साथ हल नहीं किया जा सकता है। लेकिन आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स (AI) को इंसानी दिमाग जैसे निर्णय ले सकने हेतु अधिक सहज बनाते हुए इसका हल ज़रूर तलाशा जा सकता है।

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इस बीच Minus Zero के सीईओ व सीटीओ, गगनदीप रीहल ने कहा;

“हमारे पाइपलाइन में कई पेटेंट के साथ, हमारी तकनीक सेल्फ-ड्राइविंग को लेकर सॉफ्टवेयर को कम डेटा इनपुट के साथ भी आश्वस्त रूप से ‘इन्सायट्स’ प्राप्त करने में क्षमता बनाती है।”

“इसके चलते खराब यातायात बुनियादी ढांचे, तेज ड्राइविंग आदि जैसे बाहरी कारकों के बीच भी ‘सुरक्षा के साथ समझौता किए बिना’ ये भविष्य के वाहन बेहतर मजबूत निर्णय लेते हुए सुरक्षित नेविगेशन करने में सक्षम हो पाते हैं।”

वहीं Chiratae Ventures के संस्थापक और उपाध्यक्ष, टीसीएम सुंदरम (TCM Sundaram) ने अपने बयान में कहा;

“सेल्फ़-ड्राइविंग (या Autonomous) वाहन अब कोई भविष्य की चीज नहीं हैं, इनको जल्द से जल्द एक वास्तविकता का रूप देने की ज़रूरत है।”

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