संपादक, न्यूज़NORTH
Uber India Hikes Cab Prices: आज के दौर में कैब (Cabs) परिवहन का लोकप्रिय साधन बनती जा रही हैं। देश भर में लोग बड़े पैमानें पर Ola और Uber जैसे प्लेटफ़ॉर्मों की सेवाओं को इस्तेमाल कर रहे हैं। और अगर आप भी उनमें से एक हैं तो ये ख़बर आपके लिए ही है।
जी हाँ! असल में दिग्गज़ कैब सेवा प्रदाता, उबर इंडिया (Uber India) ने अपने ग्राहकों को थोड़ा झटका देते हुए, कैब बुकिंग किराए में वृद्धि का ऐलान किया है। मतलब अब आपको कैब बुकिंग करते समय थोड़े अधिक पैसे चुकाने पड़ेंगें।
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लेकिन आप Uber India के इस कदम के पीछे की वजह को पूरी तरह से नकार भी नहीं सकते हैं।
क्यों बढ़ाया उबर ने किराया? (Uber India Hikes Prices, Why?)
ज़ाहिर है कोई भी कैब कंपनी यूँ ही अपने किराए में बढ़ौतरी नहीं करेगी, वो भी तब जब उसको बाज़ार में Ola Cabs जैसे प्रतिद्वंदी से मुक़ाबला करना पड़ रहा हो। पर इन सब के बाद भी अगर Uber ने भारत में दाम बढ़ाए हैं तो इसके पीछे कोई मज़बूत वजह होगी और जिसको बतौर ग्राहक आप भी जानना चाहते होंगें।
कंपनी के मुताबिक़, ईंधन (पेट्रोल/डीज़ल) की कीमतों के बढ़ने की वजह से ये क़दम उठाया गया है। कंपनी के मुताबिक़ ईंधन के बढ़ते दाम का बोझ Uber India के ड्राइवर पार्टनर्स पर ना पड़े इसलिए किराया बढ़ाया जा रहा है।
कंपनी के अनुसार;
“पेट्रोल/डीज़ल (फ़्यूल) की बढ़ती कीमतों ने हर तबके को प्रभावित किया है, और खासकर इसका असर राइड शेयरिंग करने वाले ड्राइवर्स पर व्यापाक रूप से पड़ा है।”
कंपनी चाहती है कि उसके ड्राइवर साझेदार Uber को कैब सेवाओं से जुड़ने के हेतु एक आकर्षक विकल्प के रूप में देखें और ये तभी संभव है जब ड्राइवर्स को कमाई में नुक़सान ना हो। और अब कंपनी के इस क़दम से ड्राइवर साझेदारों के लिए प्रति ट्रिप में कमाई बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
कंपनी के अनुसार, कई ड्राइवरों ने कथित तौर पर Uber के सामने ईंधन (पेट्रोल/डीज़ल) की बढ़ती कीमतों का मुद्दा उठाया था।
बता दें पिछले ही हफ्ते, सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने कैब सेवा प्रदाता कंपनियों को राइड कैंसिलेशन, कैंसिलेशन चार्ज, अचानक बढ़ने वाले ‘सर्ज प्राइसिंग’ और लंबे वेटिंग टाइम से संबंधित उपभोक्ता शिकायतों के उचित निपटारे को लेकर चेतावनी दी थी।
साथ ही ये सब दुरुस्त ना करने पर कंपनियों को जुर्माने का सामना करने तक की बात कही गई थी। CCPA ने हाल ही में कैब एग्रीगेटर्स को ख़ासकर ‘राइड कैंसिलेशन’ और ‘सर्ज प्राइसिंग’ से संबंधित उनके एल्गोरिदम पर तलब किया था।
कंपनियों को राइड कैंसिलेशन और सर्ज प्राइसिंग से संबंधित अपने एल्गोरिदम को ठीक करने के लिए 30 दिन का समय दिया गया था।
इसी कड़ी ने Uber India ने अब ड्राइवर्स द्वारा राइड स्वीकार करने से पहले उन्हें राइडर्स की ‘ड्रॉप लोकेशन’ (जहाँ सवारी को जाना है) देख सकने की सहूलियत दी है। साथ ही ट्रिप शुरू करने से पहले अब ड्राइवर्स पेमेंट मोड भी सेख सकते हैं। इसके साथ ही कंपनी ने ड्राइवर साझेदारों के लिए प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान की नई प्रक्रिया की शुरुआत भी की है।