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भारतीय बायोमैटेरियल स्टार्टअप Phool ने हासिल किया लगभग ₹60 करोड़ का निवेश

भारतीय बायोमैटेरियल स्टार्टअप Phool ने हासिल किया लगभग ₹60 करोड़ का निवेश

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Biomaterial startup Phool raises Rs 60 crore funding: मंदिरों व आदि स्थानों से फूलों को इकट्ठा कर उनकी प्रोसेसिंग करके ख़ुशबूदार अगरबत्ती, धूपबत्ती इत्यादि प्रोडक्ट बनाने वाले बायोमैटेरियल स्टार्टअप, Phool ने अब अपने सीरीज ए फंडिंग राउंड (निवेश दौर) में $8 मिलियन (लगभग ₹60 करोड़) का निवेश हासिल किया है।

कंपनी को यह निवेश Sixth Sense Ventures के नेतृत्व में मिला है, जिसमें मौजूदा निवेशकों जैसे अभिनेत्री आलिया भट्ट (Alia Bhatt) और IAN Fund आदि ने भी भागीदारी दर्ज करवाई।

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इस नई प्राप्त पूँजी के ज़रिए अब Phool का इरादा अपने संचालन को और अधिक बढ़ाने, घरेलू और वैश्विक विकास से जुड़ी संभावनाओं की तलाश करने और भारत का सबसे बड़ा ख़ुशबूदार प्रोडक्ट बेचने वाला ब्रांड बननें के प्रयासों को और मज़बूती देने का है।

इसके साथ ही कानपुर (उत्तर प्रदेश) आधारित ये कंपनी दिलचस्प रूप से पशु चमड़े को बनाने की प्रक्रिया में क्रांति लाते हुए इसको शाकाहारी अपशिष्ट पदार्थों से बना सकने की दिशा में किए जा रहे “रिसर्च व डिवेलप्मेंट” के काम में भी तेज़ी लाएगी।

बता दें Phool या Phool.co की शुरुआत इंजीनियरिंग के छात्र रहे अंकित अग्रवाल (Ankit Agarwal) ने साल 2017 में की थी। इसको बतौर एक फूल रीसाइक्लिंग तकनीकी स्टार्टअप की तर्ज़ पर शुरू किया गया था, जो मुख्यतः भारत के मंदिरो में इस्तेमाल होने वाले फूलों के ज़रिए बेहतरीन उपयोग लायक़ सामान बनाती है।

असल में इन फूलों के कचरे को नदियों आदि जगहों पर बहाने के बजाए, इस स्टार्टअप ने उनका इस्तेमाल कर पेटेंट जैविक उर्वरक और चारकोल मुक्त लक्जरी धूपबत्ती जैसे उत्पाद बनाये, जो लोगों द्वारा बेहद पसंद किए जा रहे हैं और साथ ही ये पर्यावरण के लिए भी लाभदायक हैं।

फ़िलहाल कंपनी तीन भारतीय शहरों से फूलों का कचरा जमा करता है, जिसमें से एक जगह है, भारत के कुछ सबसे बड़े मंदिरों में से एक  – काशी विश्वनाथ।

गौर करने वाली बात ये है कि चारकोल मुक्त अगरबत्ती आदि बनाने के इस काम में कंपनी कुछ “स्वयं सहायता महिला समूहों” की भी मदद लेकर उन्हें रोज़गार से जोड़ती है।

Phool

इस बीच नए निवेश को लेकर Phool.co के संस्थापक अंकित अग्रवाल ने कहा,

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“थोड़े ही समय में हमनें अपने प्रयासों के चलते भारत के फ्रेगरेंस (सुगंध) इंडस्ट्री में एक अहम हिस्सेदारी हासिल कर ली है। एक ब्रांड के तौर पर Phool आज लग्जरी फ्रेगरेंस उत्पादों का दूसरा नाम बन गया है।”

“हम अपने वैश्विक घरेलू फ्रेगरेंस बाजार की तस्वीरें को बदलने और अपने उत्पादों की श्रृंखला के साथ एक विशिष्ट ब्रांड बनाने की ओर बढ़ रहे हैं। इस तेजी से बढ़ते और अच्छे क्वॉलिटी प्रोडक्ट की माँग वाले भारतीय बाजार में हमनें पहले से ही मजबूत पैठ बना ली है।”

साथ ही Sixth Sense से मिले निवेश को लेकर अंकित ने बताया कि उनका जुड़ना कंपनी को भारत के साथ ही अब वैश्विक फ्रेगरेंस ब्रांड बना सकने में मददगार साबित होगा।

Sixth Sense Ventures की ओर से संस्थापक व सीईओ, निखिल वोरा (Nikhil Vora) ने कहा;

“कई मायनों में अच्छूती रही घरेलू फ्रेगरेंस इंडस्ट्री तमाम संभावनाओं से भारी हुई है। नैचुरल और टिकाऊ विकल्पों के साथ Phool के उत्पादों की माँग तेज़ी से बढ़ रही है। हमें लगता है कि ब्रांड अपनी प्रीमियम और अंतरराष्ट्रीय अपील का दुनिया भर में आसानी से लाभ उठा सकती है और भारतीय मूल के उत्पादों के लिए एक बड़ा अवसर पैदा कर सकती है।”

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