संपादक, न्यूज़NORTH
Locofy.ai raises $3 million (~ ₹23 crores) in funding: डिजाइन को कोड में परिवर्तित करने की सुविधा देने वाले एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर स्टार्टअप Locofy.ai ने अपने प्री-सीद फ़ंडिंग राउंड के तहत Accel, January Capital, Golden Gate Ventures और Boldcap जैसे निवेशकों से $3 मिलियन (~ ₹23 करोड़) का निवेश हासिल किया है।
दिलचस्प ये है कि इस निवेश दौर में तमाम एंजेल निवेशकों व टेक फ़ाउंडर्स जैसे – Ola, Hasura, Holistics, Wego, GajiGesa, 1Bstories, Ohmyhome, CyberSierra, Wekan आदि की तरफ से भी भागीदारी की गई।
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कंपनी असल में अपने लो-कोड प्लेटफॉर्म के साथ डेवलपर्स और डिजाइनरों को तेज़ी प्रदान करने के लिए डिजाइन को प्रोडक्शन-रेडी कोड में परिवर्तित करने की सहूलियत देती है।
इस नए निवेश के ज़रिए कंपनी इंजीनियरिंग और डेटा साइंस टीमों का विस्तार करने की योजना बना रही है।
Locofy.ai की शुरुआत साल 2021 में हनी मित्तल (Honey Mittal) और सोहैब मुहम्मद (Sohaib Muhammad) ने मिलकर की थी।
कंपनी का मक़सद Locofy.ai का मक़सद फ्रंटएंड कोड व अन्य तमाम चीज़ों से जुड़ी जटिलताओं को दूर करते हुए ग्राहकों को अपने डिज़ाइन को कोड में बदलने की सुविधा देने और एक लाइन भी कोड लिखे बिना इंटरैक्टिव और बेहतर लाइव प्रोटोटाइप (जो कोड पर आधारित हो) प्रदान करने का है।
कंपनी का मानना है कि बाज़ार में अच्छी तकनीकी प्रतिभा की कमी एक वैश्विक समस्या है जो कोविड-19 महामारी के दौरान और भी बढ़ गई है।
इसको लेकर कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ, हनी मित्तल ने कहा;
“पिछले एक दशक में, Airbnb और Uber जैसे विश्व-स्तरीय उत्पादों को बनाने के लिए अच्छे डेवलपर्स की एक पूरी फौज को मेहनत करनी पड़ी है। पर हमारा मानना है कि अगले दशक में यह तस्वीर काफ़ी हद तक बदलने वाली है।”
बता दें Locofy.ai ने हाल में ही ग्लोबल स्तर पर अपना बीटा प्रोग्राम पेश किया है, और लगभग दो मिलियन से अधिक कोड लाइनों को ऑटोमेट कर चुका है।
वहीं Accel India के पार्टनर, अभिनव चतुर्वेदी (Abhinav Chaturvedi) ने कहा,
“शानदार डिज़ाइनों को सटीक कोड में बदलने की प्रक्रिया के लिए फ्रंटएंड टीमों का बहुत अधिक समय और बैंडविड्थ लग जाता है। लेकिन Locofy.ai के हाई क्वॉलिटी समाधान के चलते ये इस समस्या का हल निकलता नज़र आता है।”