संपादक, न्यूज़NORTH
Ola Dash: एक समय में ‘ग्रोसरी’ या कहें तो ‘किराना सामानों’ की ऑनलाइन बिक्री भारत के लिए काफ़ी नई चीज़ थी, लेकिन ये सेगमेंट अभी उतना व्यापाक शायद हुआ भी नहीं था कि इसमें एक बड़ा बदलाव आया, ‘क्विक-कॉमर्स’ के रूप में। मतलब ये कि जल्द से जल्द (10-20 मिनट के भीतर) ग्राहकों तक उनके ऑर्डर को पहुँचाना।
और भारत के इस क्विक-कॉमर्स क्षेत्र में Zomato समर्थित Blinkit (जिसका नाम पहले Grofers) से लेकर Swiggy समर्थित Instamart, Zepto, Dunzo आदि बड़े खिलाड़ियों के रूप में उभरे हैं। और अब ये सेगेंट कई अन्य बड़ी कंपनियों का भी ध्यान अपनी ओर खींच रहा है।
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हम बात कर रहें हैं दिग्गज़ कैब सेवा प्रदाता Ola की, जिसने अब अपनी क्विक ग्रोसरी कॉमर्स को एक नया नाम Ola Dash देते हुए, आगामी 6 महीनों में भारत के 20 से अधिक शहरों में क़रीब 500 डार्क स्टोर्स के साथ इसका प्रसार करने का ऐलान किया है।
What is Ola Dash? Ola’s Quick Grocery Delivery Service?
बता दें Ola ने इस क्विक-कॉमर्स सर्विस की शुरुआत साल 2021 में Ola Store नाम से की थी, जो फ़िलहाल बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, जयपुर और लखनऊ सहित 9 स्थानों पर मौजूद है।
https://twitter.com/OlaDash_In/status/1486695597084012551
वर्तमान में इसके तहत Ola के पास 200 से अधिक डार्क स्टोर और 2,500 स्टॉक कीपिंग यूनिट (SKU) हैं। कंपनी का लक्ष्य साल के अंत तक इस कारोबार को 500,000 से अधिक ऑर्डर प्रति दिन तक ले जाने का है।
दिलचस्प ये है कि Ola ने जून 2015 में Ola Store लॉन्च करते हुए हाइपरलोकल डिलीवरी क्षेत्र में प्रवेश किया था, लेकिन इसको अगले ही साल बंद करना पड़ा था। पर वापस देश में इस क्षेत्र के उछाल को देखते हुए कंपनी ने अक्टूबर 2021 में इसमें क़रीब ₹250 करोड़ डालते हुए, इसको वापस शुरू किया।
ओला के चीफ़ मार्केटिंग ऑफ़िसर, अंशुल खंडेलवाल ने कहा;
“Ola एक दशक से अधिक समय से ऑन-डिमांड मोबिलिटी कारोबार में अग्रणी बना हुआ है। हमारी बेहतरीन जियो-लोकेशन तकनीक, ग्राहको को ऑन-बोर्ड करने की बहुत कम लागत आदि हमें इस क्विक कॉमर्स सेगमेंट में भी लाभ देती नज़र आएगी।”
“हमारी क्विक-कॉमर्स सेवा ग्राहकों के साथ हमारे जुड़ने का एक अहम हिस्सा है क्योंकि वे अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए आज के समय में तकनीक व ऑनलाइन सेवाओं पर भरोसा करते हैं। अगले कुछ महीनों में हम अपनी पहुंच और उपस्थिति को देश के और अधिक शहरों व ग्राहकों तक बढ़ाएंगे।”
माना ये जा रहा है कि Ola का क्विक-कॉमर्स क्षेत्र पर ध्यान देना असल में IPO के पहले ख़ुद को एक सुपर ऐप के रूप में स्थापित करने के प्रयासों का ही हिस्सा है।
कंपनी ने हाल ही में अपने नए व्यवसायों जैसे क्विक कॉमर्स और इस्तेमाल की गई कारों को बेचने वाले प्लेटफ़ॉर्म आदि को मजबूत बनाने के लिए $500 मिलियन का लोन हासिल किया है।
कंपनी अपनी नई पेशकशों के लिए मुख्यतः उन यूज़र्स को टार्गेट कर रही है, जिनके मोबाइल पर पहले से ही Ola ऐप इंस्टॉल है, और वह इसकी कैब सेवाओं का लाभ उठा रहें हैं।
आपको याद दिला दें कि साल 2019 के मध्य में ही Ola ने अपने फूड डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म FoodPanda को बंद करते हुए, कारोबार को केवल क्लाउड किचन के रूप में समेत दिया था। और इसलिए तमाम रिपोर्ट्स के मुताबिक़ ये कहा जा रहा है कि कंपनी के क्लाउड-किचन बिजनेस को संभालने वाली टीम ही अब क्विक कॉमर्स पर काम कर रही है।