Electric Highway Between Delhi -Jaipur: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक हालिया बयान में कहा है कि भारत का पहला इलेक्ट्रिक हाईवे की शुरुआत जल्द ही हो सकती है, जो संभवतः दिल्ली और जयपुर के बीच बनेगा।
केंद्रीय मंत्री ने भी बताया कि मंत्रालय इन दोनों शहरों के बीच इलेक्ट्रिक राजमार्ग के निर्माण के लिए एक विदेशी कंपनी के साथ पहले से ही बातचीत के दौर में है।
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ज़ाहिर है इस हाईवे के निर्माण के बाद दिल्ली और जयपुर शहरों के बीच की दूरी तय करने में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा। गडकरी के अनुसार, नए हाईवे के तैयार होने पर, जयपुर और दिल्ली के बीच की दूरी को महज दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
केंद्रीय मंत्री ने देश के राजमार्ग क्षेत्र में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की भी बात कही है और विदेशी निवेशकों से इस दिशा में आग्रह किया है।
बता दें कुछ समय पहले EU को देश में इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने के लिए आमंत्रित किया गया था। वैसे गडकरी ने ये भी जानकारी दी कि देश में 22 ग्रीन एक्सप्रेस-वे (Green Expressways) की योजना तैयार की गई है और उनमें से 7 पर काम शुरू भी हो चुका है।
What is an electric highway (To Be Build Between Delhi and Jaipur)?
आप सोच रहें होंगें कि पारंपरिक हाईवे और इलेक्ट्रिक हाईवे में अंतर क्या है? असल में इलेक्ट्रिक हाइवे या ग्रीन हाइवे खास तरीके से डिजाइन हाईवे होते हैं, जिनमें इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक लेन होगी, जहां केबल से वाहन चलेंगे, जैसे मेट्रो के संदर्भ में हम देखते हैं।
इसमें सरकार की ओर से केबल से चलने वाली स्पेशल बस और ट्रेनें चलाई जा सकेंगी, जो 120 किलोमीटर तक की रफ्तार से चल सकेंगी। इसके साथ ही इन राजमार्गों में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पर्याप्त इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन भी दिए जाने की संभावना होती है।
न्यूज़-एजेंसी PTI के हवाले से गडकरी का बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा
“दिल्ली से जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक हाईवे बनाना मेरा सपना है। फ़िलहाल यह सिर्फ़ एक प्रस्तावित प्रोजेक्ट है। पर हम एक विदेशी कंपनी के साथ इस बारे में बातचीत कर रहें हैं।”
वहीं ये भी सामने आया है कि दिल्ली-जयपुर हाईवे के अलावा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे में भी इलेक्ट्रिक हाईवे खंड के निर्माण को लेकर एक स्वीडिश कंपनी के साथ मंत्रालय चर्चा कर रहा है।
ये तो साफ़ है कि परिवहन व राजमार्ग मंत्री का मक़सद भारत में पेट्रोल और डीजल के उपयोग को कम से कम करते हुए, बसों, ट्रकों व और रेलवे इंजन जैसे सार्वजनिक परिवहनसाधनों को भी जल्द से जल्द इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने का है।
ये लक्ष्य उचित भी है क्योंकि वैश्विक रूप से तेल की निर्भरता को कम करने की दिशा में तमाम देश तेज़ी से इलेक्ट्रिक वाहनों का रूख कर रहें हैं।
कुछ ही दिन पहले नितिन गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के कार्यों की समीक्षा की थी। यह वही एक्सप्रेस-वे है, जिसके तैयार होने के बाद दिल्ली और मुंबई के बीच सड़क मार्ग से यात्रा करने में लगने वाला समय क़रीब 24 घंटे से कम होते हुए 12 घंटे ही रह जाएगा। बता दें आठ लेन का यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा का समय अगले साल मार्च तक कम हो जाएगा।