संपादक, न्यूज़NORTH
लोकप्रिय कैब सेवा प्रदाता Ola की इलेक्ट्रिक वाहन शाखा, Ola Electric ने गुरुवार को देश के क़रीब 400 शहरों में आने वाले पाँच सालों में लगभग 100,000 चार्जिंग पॉइंट्स का नेटवर्क बनाने की अपनी योजना का ऐलान किया है।
इसके साथ ही कंपनी का कहना ये है कि Ola Electric इसी चालू वित्त वर्ष में 5,000 चार्जिंग स्टेशन लगाएगी, जिसमें से कुछ सौ चार्जिंग स्टेशन कंपनी के पहले इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के लॉन्च के पहले लगा दिए जाएँगे।
माना ये जा रहा है कि Ola Electric अपना पहला ई-स्कूटर इस साल जुलाई तक पेश कर सकती है। कंपनी का यह भी दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर चार्जिंग नेटवर्क होगा।
असल में इस Hypercharger Network को बनाने में Ola और इसके साझेदार क़रीब $2 बिलियन का अनुमानित निवेश करेंगें। इस नेट्वर्क में दो प्रारूप शामिल होंगे, पहला वर्टिकल टॉवर और दूसरा स्टैंडअलोन चार्जर जिनको सार्वजनिक जगहों जैसे मॉल, आईटी पार्क और कैफे आदि में लगाया जाएगा।
लेकिन दिलचस्प ये है Ola इलेक्ट्रिक वाहन को ख़रीदने वाले ग्राहक उस वाहन को साथ में दिए जाने वाले चार्जर से अपने घर में भी चार्ज कर सकेंगें।
इसके साथ ही Ola Electric की माने तो उसका आगामी Hypercharger Network कंपनी के आने वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी को केवल 18 मिनट में 0-50% तक चार्ज कर देगा, जिसके मदद से यूज़र्स वाहन से अतिरिक्त 75 किलोमीटर की रेंज प्राप्त कर सकेंगें।
वहीं कंपनी का दावा है कि वाहन की बैटरी को उसकी पूरी क्षमता तक चार्ज करने के लिए एक घंटे से भी कम समय लगेगा।
Ola के चेयरमैन और सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा,
“हम मानते हैं कि चार्जिंग की इस तरह की स्पीड और इतने सारे पॉइंट्स का उपयोग करके हम इलेक्ट्रिक वाहन के यूज़र्स की चिंता को दूर कर सकेंगें।”
“साथ ही हम इस नेट्वर्क को हमारे स्कूटर के साथ सिंक करते हुए लॉन्च करेंगें, इसलिए जो भी शहरों में हम अपने स्कूटर लॉन्च करेंगे, हमारा चार्जिंग नेटवर्क वहां से पहले होगा।”
बता दें Ola Electric के Hypercharger Network की क्षमता 12 किलोवाट होगी और यह अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए समर्पित होगा।
तमिलनाडु में 500 एकड़ पर Ola Electric का कारख़ाना
इससे पहले मार्च में कंपनी ने कहा था कि तमिलनाडु में 500 एकड़ पर Ola Electric कारखाने का फ़ेज़ 1 जून तक तैयार हो जाएगा और इसकी क्षमता 2 मिलियन वाहनों का निर्माण करने की होगी।
कारखाना चार फेजों में बनाया जाएगा, और कंपनी का कहना है कि यह जून 2022 तक पूरा हो जाएगा, तब तक कंपनी की सालाना 10 मिलियन यूनिट बनाने की क्षमता होगी।