संपादक, न्यूज़NORTH
माइक्रो-वेंचर कैपिटल फंड, iSeed ने गुरुवार को जानकारी दी कि इसने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में अपने निवेश को बढ़ाने के लिए अपने दूसरे फंड, iSeed II के हिस्से के रूप में $15 मिलियन (क़रीब ₹110 करोड़) का फ़ंड क्लोज़ किया है।
इसी के साथ ही प्रमुख ऐंजल इन्वेस्टर उत्सव सोमानी द्वारा पेश किया गया iSeed अब अपने इस दूसरे वेंचर कैपिटल फ़ंड iSeed के साथ 50 से अधिक भारतीय स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन और पूंजी दोनों तरीक़ों से सपोर्ट करने को तैयार है।
बता दें iSeed एक माइक्रो-वेंचर कैपिटल फंड और देश का सबसे बड़ा GP फंड है, और iSeed II नामक अपने दूसरे वेंचर फ़ंड के ज़रिए अब भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में ये अपने निवेश को बढ़ाने का प्रयास करता नज़र आएगा।
उत्सव सोमानी के अनुसार, iSeed II में LPs (लिमिटेड पार्टनर्स) को काफ़ी सोच समझ कर चुना गया है, जिसके लिए भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम को मदद करने की उनकी इच्छाशक्ति और उनके अनुभव को ध्यान में रखा गया है।
इस iSeed II के तहत शामिल नए LPs में Rippling के सह-संस्थापक, प्रसन्ना शंकर; Stripe के पूर्व अधिकारिक, लाची ग्रूम; Teachable के संस्थापक और सीईओ, अंकुर नागपाल शामिल हैं।
इसके साथ ही इस $15 मिलियन के फ़ंड में RTP Global, KAMCO Jedi Fund, CM Ventures, FJ Labs, और Tribe Capital जैसे वैश्विक संस्थागत निवेशकों ने भी भागीदारी की है।
इसको लेकर उत्सव सोमानी ने कहा;
“मुझे लगता है कि ईको-सिस्टम काफ़ी मजबूत है और इसमें काफ़ी प्रतिभा व संभावनाएँ हैं। IPO और पुराने दिग्गज़ स्टार्टअप्स के चलते अब पूरे भारतीय स्टार्टअप ईको-सिस्टम को लोग गम्भीरता से लेने लगे हैं।”
“भारत के सबसे बड़े एकल जीपी-माइक्रो फ़ंड, iSeed के ज़रिए मेरी कोशिश है कि भारतीय स्टार्टअप संस्थापकों को बेहतर प्लेटफ़ॉर्म देने के लिए भारत भर के पूंजीपतियों और छोटे फ़ंड मैनेजमेंट व वेंचर कैपिटल कंपनियों को मौक़े प्रदान किए जाएँ।”
ये iSeed II फ़ंड असल में पिछले साल मई में लॉन्च किए गए iSeed I के बाद पेश किया गया है, जो क़रीब $5 मिलियन का फ़ंड था। आपको बता दें अब तक iSeed लगभग 36 स्टार्टअप में निवेश कर चुका है।
iSeed I के ज़रिए कई बड़े दिग्गज़ फ़ंड्स जैसे Founders Fund, Sequoia Capital India, Lightspeed Venture Partners के साथ Pepper, Dive, FloBiz, Velocity, BimaPe, PagarBook, Qoohoo और Zoko जैसी कंपनियों में सह-निवेश किया गया था।
AngelList के संस्थापक नवल रविकांत के अलावा, iSeed के अन्य बड़े सपोर्टर्स में wikiHow के संस्थापक व सीईओ, जैक हेरिक और TaskUs के सह-संस्थापक व सीईओ ब्रायस मैडॉक शामिल हैं।
ज़ाहिर है iSeed II ऐसे वक़्त में आया है जब साल 2021 को भारत में स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण साल माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल अब तक भारतीय स्टार्टअप्स कुल क़रीब $3.76 बिलियन का निवेश हासिल कर चुके हैं, जबकि पूरे साल 2020 में ये आँकड़ा क़रीब $3.5 बिलियन ही रहा था।
उत्सव सोमानी के अनुसार आने वाला दशक भारतीय संस्थापकों के नाम होने जा रहा है और इस कड़ी में iSeed II फ़ंड अब अगले 2 सालों में भारतीय टेक स्टार्टअप्स में निवेश के लिहाज़ से एक अहम रोल अदा करता नज़र आएगा।