संपादक, न्यूज़NORTH
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने ‘डिजिटल पेमेंट स्कोरकॉर्ड (Digital Payment Scorecard) की नई लिस्ट जारी की है और दिलचस्प ये है कि SBI ने लगातार तीसरे महीनें इस लिस्ट में टॉप स्थान हासिल किया है।
आपको बता दें SBI लगभग ₹640 मिलियन राशि के सबसे अधिक UPI लेनदेन वॉल्यूम दर्ज करते हुए ये टॉप स्थान हासिल किया है।
क्या होता है Digital Payment Scorecard?
आपको बता दें डिजिटल पेमेंट स्कोरकॉर्ड (Digital Payment Scorecard) के द्वारा MeitY असल में कुछ डिजिटल पेमेंट से जुड़े पैमानों के आधार पर देश के तमाम वाणिज्यिक बैंकों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है।
ख़ास ये है कि SBI ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्मों के माध्यम से क़रीब 6.36 बिलियन लेनदेन प्रॉसेस किए, जो बैंक के कुल लेनदेन के वॉल्यूम का 67% हिस्सा दर्ज कर सके।
अगर मोबाइल बैंकिंग द्वारा लेनदेन के वॉल्यूम को देखा जाए तो SBI ने इस मामले में क़रीब 25% बाजार हिस्सेदारी हासिल की। अगर SimilarWeb की मानें तो SBI इंटरनेट बैंकिंग सेवा क्षेत्र जैसे बैंकिंग क्रेडिट व लोन आदि को लेकर ऑनलाइन ट्रैफ़िक हासिल करने में पहले स्थान पर है।
SBI के एक प्रमुख डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म के रूप में स्थापित करने को लेकर इसके अपने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म YONO ने भी अहम भूमिका निभाई।
वित्त वर्ष (अप्रैल-दिसंबर, 2020) के दौरान YONO ने पर्सनल लोन के मामले में क़रीब ₹159.96 बिलियन के लोन बाँटने का काम किया।
वहीं SBI सबसे अधिक डेबिट कार्ड जारी करने वाले बैंकों में भी शुमार है। SBI ग्राहक मौजूदा समय में 290 मिलियन से अधिक डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। और डेबिट कॉर्ड खर्च में बैंक की 30% बाजार हिस्सेदारी और लेनदेन वॉल्यूम में 29% हिस्सेदारी बताई जाती है।
इसके साथ ही बैंक ने हाल के कुछ सालों में अपने पेमेंट ऐक्सेपटेंस को लेकर बुनियादी ढांचे को भी बढ़ाने
का काम किया है। इसने कई पेमेंट मोड के ज़रिए व्यापारियों के लिए भी टचप्वाइंट सुविधा को पेश किया है, जैसे- BHIM UPI QR, Bharat QR, BHIM – Aadhar और PoS आदि।
ग़ौर करने वाली बात ये है कि इन सुविधाओं में से क़रीब 51% तक लाभ ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों को मिला है।
वहीं SBI की पेमेंट एग्रीगेटर सेवा SBIePay भी बड़े व्यापारियों और पब्लिक सेक्टर की उभरती डिजिटल पेमेंट जरूरतों को पूरा करने का काम कर रहा है, जैसे केंद्र सरकार के विभाग, राज्य सरकारों के विभाग, निजी क्षेत्र आदि शामिल हैं।
SBI करेगा ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
इन तमाम चीज़ों के बीच अभी फ़रवरी में ही भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने विदेशों से होने वाले लेनदेन को तेज बनाने के मक़सद से ब्लॉकचेन तकनीक (Blockchain Technology) का उपयोग करने के लिए अमेरिका स्थित बैंक JP Morgan के साथ पार्टनरशिप की है।
SBI और JP Morgan के बीच हुई इस साझेदारी के तहत SBI इस वैश्विक बैंक की ब्लॉकचेन तकनीक (Blockchain Technology), Liink का उपयोग करता नज़र आएगा।
SBI व अन्य वित्तीय संस्थानों, कॉरपोरेट्स और फिनटेक कंपनियों के साथ पीयर टू पीयर (P2P) नेटवर्क पर भुगतान से संबंधित जानकारी के आदान-प्रदान के लिए Liink का उपयोग किया जाएगा।