संपादक, न्यूज़NORTH
भारत के कुछ सबसे सफ़ल VC फ़र्म में से एक SAIF Partners ने अब ख़ुद को रिब्रांड कर Elevation Capital नामक नए नाम से पहचान बनाने का फ़ैसला किया है।
इतना ही नहीं बल्कि ET में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक़ Elevation Capital (पूर्व नाम SAIF Partners) ने हाल ही में ही $400 मिलियन का नया फ़ंड क्लोज़ किया है।
दरसल Elevation Capital को अपने कुछ बेहद सफ़ल निवेशों जैसे Paytm, Justdial, MakeMyTrip, Meesho, ShareChat, Swiggy, Unacademy और Urban Company के लिए जाना जाता है और यह निवेश फ़र्म असल में शुरुआती स्तर की तकनीकी कंपनियों पर अधिक ध्यान देती नज़र आती है।
लेकिन आख़िर ऐसी क्या ज़रूरत आन पड़ी कि SAIF Partners को अपना नाम बदलना पड़ा? दरसल ET को दिए एक जवाब में कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर Ravi Adusumalli ने बताया कि भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम में काफ़ी बड़ी इक्विटी हिस्सेदारी रखने के बाद भी कंपनी अपने पूर्व के नाम के साथ अपें लक्ष्य को अच्छे तरीक़े से कम्यूनिकेट नहीं कर पा रही थी और इसलिए कंपनी को एक ऐसा नाम चाहिए था जो इसकी सोच को दर्शाए।
ऐसे में जब कंपनी ने $400 मिलियन का यह नया फ़ंड हासिल किया तो भला इसके लिए नए नाम का ऐलान करने का इससे अच्छा मौक़ा और क्या हो सकता था? और इसलिए यह फ़ैसला लिया गया। आपको बता दें यह निवेश फ़र्म फ़िलहाल $2.4 बिलियन से अधिक की संपत्ति का मैनेजमेंट करती है।
इस बीच आपको बता दें ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब देश में किसी निवेश फ़र्म ने अपने नाम को बदला हो।असल में 2018 में ही शुरुआती स्तर के
स्टार्टअप में निवेश करने के लिए जाने जाने वाली कंपनी Chiratae Ventures ने भी ऐसा ही किया था, यह पहले तकनीक केंद्रित निवेश फंडों के वैश्विक नेटवर्क IDG Ventures का हिस्सा थी।
वहीं इसके भी पहले 2017 स्थानीय निजी इक्विटी फंड India Value Fund Advisors ने भी अपना नाम बदल कर True North कर लिया था।
इस बीच दिलचस्प यह भी है कि Elevation Capital ने यह नया फ़ंड ऐसे समय में हासिल किया न काजब कई बड़े फंडों ने भारतीय स्टार्टअप की ओर रूख किया है और मानों देश में निवेशकों के बीच ही बाजार काफ़ी प्रतिस्पर्धी सा हो गया है।
ऐसा इसलिए भी क्योंकि क़रीब 1 साल के भीतर ही Sequoia ने $1.35 बिलियन, Accel ने $550 मिलियन और Lightspeed ने क़रीब $275 मिलियन का फ़ंड अकेले भारत और साउथ-ईस्ट एशिया देशों के लिए जारी किया है।
इस बीच ऐसा माना जा रहा है कि COVID-19 के बाद के हालतों की तैयारी देखते हुए यह फ़ंड ने निवेश रणनीति के हिस्से के रूप में SMEs, कांटेंट, गेमिंग और उपभोक्ता ब्रांडों का डिजिटलीकरण आदि क्षेत्रों में निवेश के लिहाज़ से इस्तेमाल किया जा सकता है।
पर आपको इतना ज़रूर बता दें कि कंपनी इस नए फंड का लगभग 50% अपने पोर्टफोलियो में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में निवेश के लिए आरक्षित रखेगी।