संपादक, न्यूज़NORTH
भारत सरकार ने पहले ही चीनी सोशल सोशल मीडिया ऐप TikTok सहित 59 ऐप्स को बैन कर दिया था। लेकिन अब ऐसे ही एक क़दम में सरकार ने एक और बेहद लोकप्रिय ऐप PUBG को भी 117 ऐप्स के साथ बैन कर दिया गया है।
दरसल सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69A के तहत यह प्रतिबंध या बैन लगाया है, जिसमें इन ऐप्स को भारत की संप्रभुता और अखंडता, देश की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए ख़तरा बताया गया है।
सरकार की ओर से जारी की गई एक अधिकारिक प्रेस रिलीज़ में कहा गया है,
“Indian Cyber Crime Coordination Centre, ने भी गृह मंत्रालय को इन ऐप्स को ख़तरा बताते हुए इनको बैन करने की सिफारिश भेजी है। इसी तरह अन्य सार्वजनिक प्रतिनिधियों द्वारा भी इन ऐप्स को लेकर चिंताएँ जताई गईं थीं। ऐसे में भारत की संप्रभुता के साथ-साथ हमारे नागरिकों की गोपनीयता को नुकसान पहुंचाने वाले ऐप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए यह क़दम उठाया जा रहा है।”
दिलचस्प यह है कि ऐसा तब किया गया है जब एक बार फिर से लद्दाख सीमा पर तनाव बढ़ता नज़र आ रहा है। भारत और चीन दोनों पूर्वी लद्दाख में टैंक और अतिरिक्त सैनिक तैनात कर रहे हैं। भारतीय सेना ने सप्ताह भर में पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर नियंत्रण कर लिया है, जैसा चीनी सैनिकों ने उत्तरी तट पर किया था। साफ़ शब्दों में कहें तो एक बार फिर से स्थिति तनावपूर्ण है, और इस बार भारत ने एक क़दम आगे से मोर्चों संभालते हुए यह जवाबी कार्रवाई की है।
आपको याद दिला दें कुछ ऐसा ही निर्णय सरकार ने इस साल की शुरुआत में भी लिया था, जब गालवान घाटी में विवाद के बाद TikTok और 58 अन्य चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। तब गालवान घाटी में चीनी घुसपैठ के चलते हमारे 20 भारतीय सैनिकों की शहादत हुई थी। इतना ज़रूर है कि सरकार ने आधिकारिक रूप से कभी नहीं कहा कि यह क़दम किसी जवाबी कार्यवाई के रूप में उठाए जा रहें हैं, लेकिन ऐसा संयोग दिलचस्प ज़रूर है।
इस बीच PUBG के साथ ही WeChat Work & WeChat, और PUBG Lite आदि संस्करण भी बैन किए गये हैं। सरकार का कहना है कि इस कदम से करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के हितों की रक्षा होगी।
मंत्रालय ने कहा है कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें कई ऐप के बारे में कई रिपोर्टें हैं जो उपयोगकर्ता डेटा को भारत के बाहर के स्थानों पर ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से भेजने का काम करती हैं। और इसलिए इन ऐप्स को प्रतिबंधित किया गया है। ज़ाहिर है इनमें से अधिकतर चीनी ऐप्स हैं और ‘चीन’ को ही यहाँ “भारत के बाहर के स्थान” के रूप में बताया जा रहा है।