संपादक, न्यूज़NORTH
Google आज यह एक ऐलान करते हुए कहा कि आने वाले पांच से सात वर्षों में कंपनी भारत में क़रीब $10 बिलियन का निवेश करने की योजना बना रही है, जिससे कंपनी भारतीय बाज़ार में डिजिटल सेवाओं को अपनाने में तेजी लाने में मदद कर सके।
दरसल ख़ुद Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने आज भारत के डिजिटलीकरण कोष के लिए Google for India Digitization Fund का अनावरण किया, जिसके माध्यम से कंपनी देश में निवेश करती नज़र आएगी।
दरसल कंपनी के वार्षिक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत को लेकर कंपनी की आगे की रणनीति के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा;
“हम इक्विटी निवेश, साझेदारी व परिचालन, बुनियादी ढांचे और पारिस्थितिकी तंत्र आदि सब में निवेश करेंगें, जो भारत के भविष्य और इसकी डिजिटल अर्थव्यवस्था में हमारे विश्वास को दर्शाता है।”
आपको बता दें यह निवेश कंपनी निवेश चार क्षेत्रों पर विशेष रूप से फ़ोकस करते हुए करेगी। जैसे पहला तो यह कि हर भारतीय को अपनी भाषा में आसानी से इंटरनेट पर पहुँच मिल सकें, फिर चाहे वो वह हिंदी भाषा हो या तमिल या पंजाबी या कोई दूसरी।
दूसरा कंपनी यह कोशिश करेगी कि वह ऐसे नए उत्पादों और सेवाओं का निर्माण करे और उन्हें सपोर्ट करे, जो भारत की अनूठी जरूरतों के लिए व्यापाक रूप से प्रासंगिक हों। वहीं अपने तीसरे फ़ोकस के तहत कंपनी देश में अन्य व्यवसायों को सशक्त बनाने के भी प्रयास करेगी।
On behalf of the Indian ecosystem, thank you @sundarpichai and team @GoogleIndia. Google has been deeply invested in India for a long time and pioneered the concept of "Build for India, Build for the world". Excited to see this massive "doubling down" on India's Digital future https://t.co/En6KcGHGKK
— Rajan Anandan (@RajanAnandan) July 13, 2020
और अपने चौथा फ़ोकस के तहत यह स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि जैसे क्षेत्रों में सामाजिक भलाई के लिए तकनीक जैसे AI आदि का इस्तेमाल करती नज़र आएगी।
ज़ाहिर सी बात है भारत Google के लिए सबसे प्रमुख विदेशी बाज़ार है, जहाँ Search, YouTube और Android सहित इसके कई प्रोडक्ट काफ़ी बड़ी मात्रा में इस्तेमाल किए जा रहें हैं और इनके विस्तार की गति भी काफ़ी तेज है।
आँकड़ो की बात करें तो 1.3 बिलियन की आबादी वाला यह देश क़रीब 500 मिलियन ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं के साथ आज 450 मिलियन से अधिक एक्टिव स्मार्टफोन का गढ़ बैन चुका है।
इस बीच भारत में जन्मे Google के वर्तमान सीईओ पिचाई ने कहा;
“अभी भी कई बिलियन लोगों को किफ़ायती इंटरनेट तक पहुँच प्रदान करने की ज़रूरत है, साथ ही साथ हमारी कोशिश है कि भारत की नई पीढ़ी को हम सभी भारतीय भाषाओं में वॉयस इनपुट और अन्य कंप्यूटिंग सेवाएँ शानदार ढंग से प्रदान कर पाएँ।”
ज़ाहिर है कि Google भी हर अन्य अमेरिकी टेक दिग्गज कंपनी की तरह दुनिया के इस सबसे बड़े इंटरनेट बाजार को अपने राजस्व का एक बड़ा हिस्सा बनाना चाहती है।
आपको बता दें भारत में Google और Amazon के साथ प्रतिद्वंद्विता निभाने वाली कंपनी Facebook ने इस साल अप्रैल में देश के टॉप टेलीकॉम ऑपरेटर Reliance Jio Platforms में $5.7 बिलियन का निवेश किया, और इसके ज़रिए इसने देश में 60 मिलियन पॉप-अप स्टोर के डिजिटलीकरण का लक्ष्य बनाया है।
इतना ही नहीं बल्कि इस साल की शुरुआत में ही अपनी भारत यात्रा के दौरान Amazon के मालिक Jeff Bezos ने भी भारत में $1 बिलियन के अतिरिक्त निवेश की योजना का ऐलान किया था, जो फ़िलहाल कंपनी की $6.5 बिलियन की प्रतिबद्धता का ही हिस्सा है।
इस बीच आपको बता दें कि Google ने Dunzo सहित कई अहम भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश के माध्यम से भी देश के स्टार्टअप तंत्र में अपना लगातार योगदान दिया है। यहाँ तक कि मई में फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के ज़रिए यह भी सामने आया था कि Google भारत के दूसरे सबसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर Vodafone-Idea में 5% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए बातचीत कर रहा था।
इस बीच भारत में Google के प्रमुख संजय गुप्ता ने कहा कि भारत में कंपनी की नई $10 बिलियन की प्रतिबद्धता आज देश में अपने कई उत्पादों और सेवाओं के भविष्य को आकार देगी।
आपको बता दें Google ने भारत में 2004 में अपना आग़ाज़ किया था। और देखते ही देखते अपने Search, Android और YouTube आदि प्रोडक्ट से अधिकांश भारत की आम ज़िंदगी का हिस्सा बन गया।