संपादक, न्यूज़NORTH
सोशल मीडिया जगत के लिए यह ख़बर शायद काफ़ी बड़ी साबित हो सकती है। दरसल गुरुवार को सामने आयी एक रिपोर्ट एक मुताबिक़, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जल्द ही सोशल मीडिया कंपनियों को लेकर एक Executive ऑर्डर पर हस्ताक्षर करेंगे।
आपको बता दें Reuters के ज़रिए सामने आयी इस रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा यह फ़ैसला ट्रम्प द्वारा सोशल मीडिया वेबसाइटों पर रूढ़िवादी आवाज़ों को रोकने का आरोप लगाते हुए, उन्हें बंद करने की धमकियों के बाद लिया गया है।
असल में इस मुद्दे की शुरुआत मंगलवार को हुई, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एक ट्वीट को Twitter ने अपने प्लेटफ़ोर्म पर विवादित और धोखाधड़ी के रूप में टैग कर दिया था, और जिसके बाद पाठकों को उस पोस्ट की जांच करने के लिए प्रेरित किया गया था। जिसके बाद ट्रम्प ने Twitter को अमेरिका में बंद करने की धमकी दी थी।
वहीं एक अलग मद्दें में बुधवार को वाशिंगटन में अमेरिकी न्यायालय के तीन-न्यायाधीशों की पैनल ने एक रूढ़िवादी समूह द्वारा Google, Facebook, Twitter और Apple के खिलाफ रूढ़िवादी राजनीतिक विचारों को दबाने की साजिश के आरोप में दायर की गयी याचिका को खारिच कर दिया।
इस बीच आपको बता दें कि इस Executive ऑर्डर से जुड़ा कोई भी विवरण अभी तक साझा नहीं किया गया है, और अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी कांग्रेस द्वारा पारित नए कानूनों के बिना राष्ट्रपति क्या नियामक कदम उठा सकते हैं?
इस बीच Twitter का कहना है कि ट्रम्प लगातार ट्वीट करके सोशल मीडिया प्लेटफ़ोर्मों की आलोचना करते रहतें हैं, और अब वह धमकी तक देने लगें हैं।
दरसल यह ट्रम्प और सोशल मीडिया कंपनियों के बीच लंबे समय से चल आ रहा विवाद है, जो मंगलवार को एक बार इसलिए फिर से भड़का क्योंकि Twitter ने उनके एक ट्वीट को फैक्ट-चेक लेबल दिया।
लेकिन इस सब के बीच Twitter के सीईओ Jack Dorsey ने एक पोस्ट करके कहा कि कम्पनी वैश्विक स्तर पर चुनावों के बारे में गलत या विवादित जानकारी को चिन्हित करना जारी रखेगी।
इस बीच ट्रम्प ने मंगलवार को मेल-इन बैलट के बारे में फेसबुक पोस्ट पर भी ऐसी ही कुछ बातें कीं, हालाँकि सीधे तौर पर ऐसी कोई चेतावनी वहाँ नहीं दी गयी।
लेकिन बुधवार को FOX News को दिए एक इंटरव्यू में Facebook के सीईओ Mark Zuckerberg में कहा कि सेंसरशिप के बारे में चिंतित सरकार के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सेंसर करना “सही क़दम” नहीं होगा।
आपको बता दें Twitter ने तमाम आलोचनाओं के बाद हाल ही के सालों में अपनी नीतियों को और कड़ा कर दिया है, जिससे वह किसी भी भ्रामक जानकारी, फ़ेक अकाउंट आदि को तुरंत चिन्हित करके, लोगों को उसके बारे में आगाह करता है।
इस बीच अब देखना यह होगा की ट्रम्प से जुड़े इस ऑर्डर को लेकर कोई अधिकारिक पुख़्ता ख़बर कब तक सामने आती है, इससे जुड़ी कोई भी जानकारी सामनें आनें पर हम सबसे पहले आप तक उसको पहुँचाएँगें।