संपादक, न्यूज़NORTH
जैसा कि अनुमानित था, 2020 की पहली तिमाही किसी भी लिहाज़ से सकारात्मक नज़र नहीं आ रही है, भले आप इस दौरान भारतीय स्टार्टअप्स द्वारा हासिल निवेश की ही बात क्यों न करें।
दरसल KPMG के Venture Pulse की हालिया रिपोर्ट भी यही कहती है। इस रिपोर्ट के अनुसार भारतीय स्टार्टअप्स में वेंचर कैपिटल निवेश साल 2020 की पहली तिमाही में $2.2 बिलियन ही रहा। बीतें कुछ समय से वैश्विक रूप से बनी आर्थिक अनिश्चितता और फिर मौजूदा COVID-19 महामारी के हालतों को इसमें आई भारी गिरावट के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है।
यह आंकडें इसलिए भी कम लगते हैं क्योंकि इकॉनोमिक टाइम्स के हवाले से इस रिपोर्ट के अनुसार भारतीय स्टार्टअप्स में साल 2019 की अक्टूबर-नवंबर तिमाही में ही अकेले $6 बिलियन का VC निवेश हुआ था।
दरसल पिछले साल भारत में रिकॉर्ड तोड़ कुल 909 सौदों में $14.5 बिलियन का निवेश होने की खबर सामने आई थी।
इस रिपोर्ट की मानें तो Q1’20 की शुरुआत में चीन के मुक़ाबले भारत में COVID-19 का असर काफ़ी कम था और यही मुख्य कारण रहा जो भारत वैश्विक निवेशकों और कॉरपोरेट्स से कई अहम निवेश प्राप्त कर सका।
लेकिन अब भारत भी धीरे-धीरे इसकी चपेट में आ गया है और इसलिए अब निवेशकों के रुख में भी बदलाव दर्ज किया जा रहा है। आपको बता दें भारत में 27 अप्रैल तक संक्रमण के कुल 20,835 मामलें हो गये और वहीँ दुर्भाग्यपूर्ण रूप से महामारी के चलते हुईं मौतों का आँकड़ा 872 तक पहुँच गया।
दरसल इस रिपोर्ट के अनुसार यह भी कहा जा रहा ही कि आगामी तिमाही में भी मौजूदा हालातों का असर देखने को मिलेगा।
और इतना ही नहीं बल्कि हाल ही में भारत द्वारा लाये गये नए FDI नियम, जिसमें चीन सहित भूमि सीमा साझा करने वाले सभी पड़ोसी देशों से निवेश हासिल करने या उनके निवेशकों के हिस्सेदारी बेचने को लेकर भारत सरकार की मंजूरी की आवश्यकता अनिवार्य कर दी गयी है, भी इस दिशा में एक अहम कारण बनकर उभरेंगें।
इस बीच हम आपको बता दें Byju’s, Unacademy और Bounce जैसे नामी भारतीय स्टार्टअप्स 2020 की पहली तिमाही में ही $100 मिलिय और उसे ज्यादा तक का निवेश हासिल करने में सफल रहें हैं।