संपादक, न्यूज़NORTH
मौजूदा समय में कोरोना वायरस की महामारी से निपटने का दुनिया भर के पास एक ही उपाय है, और वह है टेस्टिंग। और इसलिए इस वक़्त हर देश अपनी अपनी टेस्टिंग क्षमताओं को बढ़ाने में जुटा हुआ है।
इसी श्रृंखला में अब भारत ने भी मई से COVID-19 से जुड़ी RT-PCR टेस्टिंग और तेजी से एंटीबॉडी जांच के लिए हर महीनें 10 लाख किट के स्थानीय उत्पादन की योजना बनायीं है। इस बात का खुलासा टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के हवाले से हुआ।
इस कदम का एक और मुख्य उद्देश्य यह है कि इस महामारी के समय इन किट्स की बढ़ती वैश्विक मांग के बीच देश इनके आयात की निर्भरता को कम कर सके।
इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए एक बयान में कहा कि टेस्टिंग, चिकित्सा खोज और टीके को लेकर युद्धस्तर कर काम किया जा रहा है और साथ ही मंत्रालय इन कामों की बारीकी से निगरानी भी कर रहा है। आपको बता दें भारत के पास फ़िलहाल हर महीनें करीब 6000 वेंटिलेटरों के निर्माण की क्षमता है।
वहीँ राज्यों के साथ केंद्र ने भी समर्पित COVID-19 अस्पतालों को लेकर काम में तेजी लायी है। आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार तक देश में कुल 1,919 समर्पित COVID -19 सुविधापूर्ण जगहों में 1,73,746 आईसोलेशन बेड और 21,806 आईसीयू बेड को चिन्हित किया गया है।
आपको बता दें इन 1,919 सुविधाओं में तीसरे स्तर के उपचार हेतु गंभीर रोगियों के लिए 672 समर्पित COVID अस्पताल भी शामिल हैं। साथ ही मध्यम लक्षणों वाले रोगियों के लिए 1,247 समर्पित COVID स्वास्थ्य सेवा केंद्र भी शामिल हैं।
वहीँ स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने एक बयान में कहा;
“विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत Sree Chitra Tiurumalai Institute of Medical Science and Technology (SCTIMST) के स्वदेशी डिजाइन युक्त व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE), ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, CSIR इंजीनियरिंग लैब और आदि सहायक उपकरणों का उत्पादन किया जा रहा है।”
वहीँ इस बीच मामले के जानकार अधिकारियों के अनुसार भारत को काफी देरी के बाद गुरुवार को चीन से करीब पांच लाख रैपिड एंटीबॉडी टेस्टिंग किट मिल सकीं हैं।
दिलचस्प यह है कि उच्च मांगों के आधार पर इन किट्स को तुरंत ही जरूरतमंद जिलों में वितरित भी कर दिया गया।
इस रिपोर्ट के मुताबिक एक और कदम जो स्वास्थ्य मंत्रालय इस दिशा में उठा रहा है वह यह कि मंत्रालय ने आँकलन के आधार पर विभिन्न COVID सुविधाओं में बुनियादी सुविधाओं और ढांचे को बेहतर करने के लिए राज्यों और जिला प्रशासनों से उपकरणों को लेकर पूर्वानुमान संख्या भी साझा की है।
दरसल यह कदम कई मायनों में सहरानीय और अहम है, लेकिन फ़िलहाल तो बेशक ही देश में इस जरूरी किट का निर्माण COVID-19 से इस लड़ाई में देश को और बल देगा।