संपादक, न्यूज़NORTH
Amazon एक बार फ़िर से भारत में अपने बिज़नेस को बढ़ाने और प्रतिद्वंदियों को मात देने के लिए भारी निवेश के साथ सामने आया है।
दरसल इस अमेरिकी दिग्गज़ ई-कॉमर्स कंपनी ने भारत में अपने प्लेटफ़ॉर्म को मजबूत करने के साथ ही साथ, देश में अपनी डेटा सेंटर यूनिटों के लिए भी 2,500 करोड़ रूपये का निवेश किया है।
यह जानकारी Paper.vc के माध्यम से सामने आए रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में दाखिल दस्तावेजों के जरिये सार्वजनिक हो सकी है।
दरसल यह 2,500 करोड़ रूपये का नया निवेश पिछले महीने कंपनी के भुगतान और थोक बिज़नेस में किये गये 1,715 करोड़ रूपये के निवेश की ही तर्ज पर किया गया है। साथ ही यह नया निवेश साल 2020 में कंपनी में हुआ पहला निवेश है।
इन 2,500 करोड़ रूपये में से Amazon Seller Services में 2,208 करोड़ रूपये और Amazon Data Services India में 355 करोड़ रूपये का निवेश किया जाएगा। बता दें Amazon Data Services India असल में देश में वेब होस्टिंग और डेटा स्टोरेज सेवाएं प्रदान करती है।
याद दिला दें, अपनी हाल ही की भारत यात्रा के दौरान Amazon के संस्थापक और सीईओ जेफ बेजोस (Jeff Bezos ) ने देश में कंपनी द्वारा छोटे विक्रेताओं को डिजिटल रूप से सेवाएं प्रदान करने और 2025 तक देश से $10 बिलियन के निर्यात के साथ ही साथ $1 बिलियन के निवेश का भी वादा किया था।
वहीँ पिछले साल 2019 में Amazon ने अपने Amazon Seller Services में लगभग 6,200 करोड़ रूपये और साल 2018 में 9,450 करोड़ रूपये का निवेश किया था। और उम्मीद की जा रही है कि इस साल भी कंपनी देश में आगे बने रहने के लिए, फ़िर से हजारों करोड़ का निवेश करती नज़र आएगी।
दरसल कंपनी का मकसद खास तौर पर बेंगलुरु और हैदराबाद में अपने किराना वितरण (ग्रोसरी डिलीवरी) बिज़नेस को बढ़ाने का है। यहाँ तक कि इसके लिए कंपनी ने कथित तौर पर ताज़ा उत्पादों और किराने की सामान की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दो बड़े गोदामों के निर्माण को मंजूरी भी दे दी है।
साथ ही साथ Amazon अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दे रहा है।
खास यह है कि Amazon का यह नया निवेश ऐसे समय में आया है जब Competition Commission of India (CCI) कथित रूप से प्रतिस्पर्धा कानूनों के उल्लंघन को लेकर Amazon और उसके प्रतिद्वंद्वी Flipkart की जांच कर रहा है।