संपादक, न्यूज़NORTH
दिलचस्प रूप से Bharti Airtel और Vodafone Idea द्वारा टैरिफ प्लानों की क़ीमतें बढ़ाने के बाद सोमवार को इन कंपनियों के शेयरों में करीब 23% की वृद्धि दर्ज की गई है।
आपको बता दें कि इन दूरसंचार ऑपरेटरों ने अपने प्री-पेड योजनाओं के लिए टैरिफ में 50% तक की वृद्धि की घोषणा की है। हालाँकि बाद में इन कंपनियों के मुख्य प्रतिद्वंदी Jio ने भी अपने दामों को बढ़ाने का ऐलान कर दिया है।
2016 के बाद पहली बार इस क्षेत्र में कीमतों पर इतना इजाफ़ा किया गया है। बता दें कि इस टैरिफ बढ़ोतरी से इन टेलीकॉम खिलाड़ियों की औसत आय प्रति उपयोगकर्ता (ARPU) करीब 25-30 रुपये तक बढ़ गयी है।
हालाँकि इसके बाद भी बहुत से जानकारों को संदेह है कि शायद यह वृद्धि भी Vodafone Idea के लिए पर्याप्त साबित न हो?
हालाँकि अब सभी की निगाहें Jio की ओर हैं जिसने खुद भी टैरिफ कीमतों में 40% बढौतरी का ऐलान किया है। लेकिन हमेशा की तरह बाज़ार में बढ़त बनाये रखने के लिए कंपनी ने यह भी कहा है कि Jio अपने प्रतिद्वंदी नेटवर्कों की अपेक्षा 300% अधिक लाभ प्रदान करेगा।
इस बीच इन बढ़ी क़ीमतों के ऐलान के साथ ही NSEBSE पर Bharti Airtel Ltd. ने 16.15 (3.65%) रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 35.35 (2.28%) के करीब आँकड़ो को छुआ है।
वहीँ ASK Investment Manager के प्रतीक अग्रवाल के अनुसार,
“टैरिफ में बढौतरी अपेक्षा से कहीं अधिक रही। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि उच्च बढ़ोतरी के बावजूद अधिकांश पैसा सरकार के पास जाएगा। यह सरकारी राजकोषीय घाटे और कर्ज देने वाले बैंकों के लिए अच्छा है, लेकिन टेलीकॉम सेक्टर के खिलाड़ियों के समीकरणों में भारी अंतर देखने को मिल सकता है।”
वहीँ इंडस्ट्री पर नजर रखने वालों का कहना है कि Bharati Airtel के लिए बढ़ोतरी भले लाभदायक हो सकती है, लेकिन Vodafone Idea जिस ख़राब दौर से गुजर रहा है, उसकी भरपाई करने के लिए यह बढ़ोतरी भी शायद काफी साबित न हो?
जानकारों का कहना है कि अगर Vodafone Idea सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार समय पर जुर्माने की भारी राशि भरना चाहता हैं तो ऐसे में टैरिफ क़ीमतों में इजाफ़ा संबंधी यह कदम भी पर्याप्त नहीं होगा।
आपको बता दें सोमवार को Bharati Airtel के शेयर 9.82% बढ़कर 458 रुपये से बढ़कर 474 रुपये पर पहुंच गये। वहीँ Vodafone Idea के शेयर 7.79 रुपये की बढ़त के साथ 23.57% बढ़कर 8.44 रुपये पर बंद हुए।
वहीँ उम्मीद के अनुसार टैरिफ की कीमतों में बढ़त को मिश्रित ARPU के रूप में 25-30 रुपये की औसतन वृद्धि मानते हुए Vodafone Idea के इसके जरिये 8,000-9,500 करोड़ रुपये और Bharati Airtel के लिए 7,000-8,500 करोड़ रुपये के लाभ के रूप में देखा जाना चाहिए।
खास यह है कि यह खेल Jio के बढ़ोतरी संबंधी ऐलान के बाद और भी दिलचस्प हो गया है क्यूंकि अब फ़िर से कंपनियों की क़ीमतें कहीं न कहीं एक सामान ही नज़र आयेंगी और ऐसे में उपभोगताओं के नेटवर्क शिफ्टिंग का सिलसिला भी आम हो सकता है, जिसका सीधा असर इन कंपनियों के राजस्व पर होता दिखाई पड़ेगा।