Site icon NewsNorth

BPSC अभ्यर्थियों के खिलाफ लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल पर घिरती दिख रही बिहार सरकार

Lathi charge BPSC candidates: बिहार में बीपीएससी परीक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहें छात्रों और अभ्यर्थियों के खिलाफ़ पुलिस कार्रवाई के बाद बिहार सरकार मुसीबतों में घिरती जा रही है। NDA के बिहार के दो प्रमुख दलों के नेता इस मामले में एक दूसरे के सामने आ गए है। जी हां! बिहार लोकशक्ति जनशक्ति पार्टी (राम विलास) नेता चिराग पासवान ने बीपीएससी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के खिलाफ़ पुलिस कार्रवाई के खिलाफ़ पुलिसकर्मीयों को आड़े हाथों लिया है। चिराग पासवान ने बीपीएससी परीक्षाओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहें अभ्यर्थियों के ऊपर लाठीचार्ज और वॉटर केनन का उपयोग करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ़ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कार्रवाई करने की मांग की है।

चिराग पासवान का बयान (Lathi charge BPSC candidates) जेडीयू के लिए मुसीबत

लोकशक्ति जनशक्ति पार्टी (राम विलास) नेता चिराग पासवान का सोशल मीडिया प्लेटफार्म में इस प्रकार पोस्ट करके पुलिसकर्मियों के ऊपर बयान जारी करना और कार्रवाई करने की मांग जेडीयू के लिए मुसीबत बन सकता है। चूंकि जेडीयू का इस मामले में अलग मत है, नीतीश कुमार की पार्टी ने प्रदर्शन को लेकर कहा है कि “प्रदर्शन करने की एक सीमा होती है”।

हालांकि इस दौरान चिराग पासवान ने छात्रों को गुमराह करने के लिए बिना नाम लिए RJD, पप्पू यादव और पीके (प्रशांत किशोर) के ऊपर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने कहा, कुछ राजनीतिक व्यक्ति और दल जो छात्रों को भटकाने का काम कर रहें हैं, ये गलत है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए छात्रों का इस्तेमाल करना कतई उचित नहीं है। माननीय मुख्यमंत्री जी स्वयं इस मामले को लेकर सजग हैं, सरकार छात्रों की हर संभव मदद के लिए प्रयासरत है।

प्रशांत किशोर समेत 21 लोगों पर FIR दर्ज

बिहार पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लाठीचार्ज और वॉटर केनन के उपयोग को लेकर बयान में कहा, जिला प्रशासन से अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली थी। गैरकानूनी ढंग से उन्होंने रास्ता रोक रखा था। इससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो रही थी।

न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!

See Also

दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी ने अभ्यर्थियों को वहां से हटने को कहा। कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन वह सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें लाठीचार्च कर हटा दिया। इस मामले में कुछ लोगों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। बिना अनुमति प्रदर्शन करने और छात्रों को भड़काने के आरोप में प्रशांत किशोर समेत 21 लोगों पर FIR दर्ज की गई है।

 

Exit mobile version