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जम्मू-कश्मीर में आरक्षण नीति को लेकर विरोध, उनकी ही पार्टी के नेता ने CM उमर अब्दुल्ला को घेरा

Protest against reservation J&K: जम्मू-कश्मीर में आरक्षण नीति को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुला के पार्टी के नेता ही अपनी सरकार के नेता मुख्यमंत्री उमर अब्दुला के घर के सामने प्रदर्शन करते हुए देखें गए। विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय कांग्रेस (NC) के सदस्य और श्रीनगर सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी ने सीएम आवास के बाहर धरना दिया। सांसद रुहुल्लाह मेहदी ने आरक्षण नीति को तर्कसंगत बनाने की मांग की है, उनके इस धरना प्रदर्शन को AIP का सपोर्ट मिला है। इसके साथ ही पीडीपी नेता वहीद परा, इल्तिजा मुफ्ती और अवामी एकता पार्टी के नेता शेख खुरशी (इंजीनियर राशिद के भाई) भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

विरोध प्रदर्शन में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Protest against reservation J&K) के बेटे भी शामिल

इस विरोध प्रदर्शन में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बेटे भी शामिल हुए और रुहुल्लाह मेहदी मेहदी एवं छात्रों के साथ खड़े नजर आएं। केंद्र सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर में पहाड़ी भाषी लोगों को आरक्षण दिया गया। साथ ही, सामान्य श्रेणी घटकर मात्र 30 प्रतिशत रह गई है जबकि 70 प्रतिशत सीट विभिन्न समुदायों के लिए आरक्षित हैं। मेडिकल और सर्जिकल की ट्रेनिंग ले रहे स्टूडेंट्स सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र इस नीति का विरोध कर रहे हैं।

पीडीपी विधायक ने रूहुल्ला के फैसले का स्वागत किया

पुलवामा से पीडीपी विधायक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘हम आरक्षण नीतियों को तर्कसंगत और निष्पक्ष बनाने की मांग में युवाओं के साथ खड़े होने के रूहुल्ला के फैसले का तहे दिल से स्वागत करते हैं। यह दबावपूर्ण शिकायतों को दूर करने और यह सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण क्षण है कि हमारी नीतियां समावेशी, युवा-हितैषी और न्यायपूर्ण हों।’

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जम्मू-कश्मीर चुनाव के दौरान भी आरक्षण नीति के मुद्दे ने जोर पकड़ा था। यह मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है, ऐसे में अपने ही नेता द्वारा किया जा रहा प्रदर्शन अब उमर अब्दुल्ला सरकार पर दबाव बढ़ा रहा है। वही इस पूरे प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सांसद आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी को इस पूरे विवाद का समाधान करने लिए लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्धता का विश्वास दिलाया है।

 

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