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वृंदावन: बांके बिहारी मंदिर में व्यवस्था ध्वस्त, चार श्रद्धालु बेहोश

Banke Bihari Mandir Vrindavan: साल का आखिरी महीने में लोगों द्वारा अलग अलग जगहों में घूमने की योजना बनाई जाती है। कुछ लोगों धार्मिक स्थलों में जाकर तो वही कुछ पर्यटन स्थलों में जाकर वर्तमान वर्ष को अलविदा कहकर नए वर्ष का स्वागत करने को उत्सुक्त रहते है। लेकिन इस दौरान कई बार ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है, जो एक हादसे का रूप ले लेती है। ऐसा ही एक माजरा वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में देखने को मिला, जब मंदिर में पहुंची अचानक श्रद्धालुओं की संख्या ने भीड़ का रूप ले लिया, जिससे मंदिर की व्यवस्था ध्वस्त हो गई।

रविवार को भक्तों की भीड़ से (Banke Bihari Mandir)  हालात बदतर हो गए

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार को भक्तों की भीड़ से हालात बदतर हो गए। भक्तों की भीड़ का भारी दबाव दिनभर बना रहा। आगे बढ़ने के लिए श्रद्धालुओं में जद्दोजहद में बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों की चीख निकल रही थी। इस दौरान चार श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ गई और बेहोश हो गए। मंदिर में तैनात चिकित्सकों ने श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार दिया, जबकि दो श्रद्धालुओं को जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया।

20 वर्षीय दो बालिका हुई बेहोश

साल के अंतिम महीने में वृंदावन और मथुरा जैसी धार्मिक मान्यता वाली नगरी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों का हुजूम लग जाता है, ऐसे में कई बार मंदिर और प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त होने में देर नहीं लगती। ऐसा ही कुछ रविवार को देखने को मिला सुबह 11 बजे बरेली से एमएल स्कूल के टूर में शामिल 20 वर्षीय छात्रा जब दर्शन कर गेट संख्या एक से बाहर निकल रही थी, तो दबाव में आकर अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और बेहोश होकर जमीन पर गिर गई।

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मंदिर प्रांगण में ही राजस्थान के बाड़मेर निवासी गणपत सिंह की 20 वर्षीय बेटी नंदिनी भी अचानक भीड़ के दबाव में बेहोश हो गई। दोनों को मंदिर में मौजूद चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार देकर राहत दी और गंतव्य को रवाना कर दिया। इसके अलावा हरियाणा के पलवल निवासी 32 वर्षीय लोकेश की तबीयत खराब हो गई। वही मध्यप्रदेश के इंदौर निवासी 76 वर्षीय गीता की तबियत बिगड़ने के बाद नजदीकी उपचार केंद्र में भर्ती कराया गया।

मंदिर में पहले भी हो चुके हादसे

वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में पहले भी व्यवस्थाओं के ध्वस्त होने की वजह से हादसे हुए है। होली के दौरान भीड़ में दम घुटने से मुंबई के एक श्रद्धालु की मौत हो गई। तो वही जन्माष्टमी के अवसर में भी ऐसा ही कुछ नज़ारा देखने को मिला था, जब 2022 में अचानक भीड़ के अनियंत्रित होने की वजह से दो लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था तो वही इस दौरान 50 से अधिक लोग बेहोश होकर गिर गए थे।

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