Site icon NewsNorth

मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का निधन, सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में ली अंतिम सांस

Tabla player Zakir Hussain passes away: उस्ताद अल्ला रक्खा खां के पुत्र पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया, वह 73 वर्ष के थे। उनके परिवार ने उन्हें रक्तचाप की समस्या की वजह से आईसीयू में भर्ती कराया था, लेकिन उम्र अधिक होने से उनका उपचार के दौरान निधन हो गया। उनके निधन की पुष्टि उनके परिवार के सदस्यों ने की। जाकिर हुसैन दुनिया के महानतम तबला वादकों में से एक के थे और उनकी मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। भारत सहित दुनिया भर में उनके तबला वादन के करोड़ों प्रशंसक हैं। उन्होंने तबला वादन की कला के चलते कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरुस्कारों को अर्जित किया था।

जाकिर हुसैन के निधन से देश में शोक (Zakir Hussain passes away) की लहर

जाकिर हुसैन दुनिया के महानतम तबला वादकों में से एक के थे और उनकी मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। मनोरंजन उद्योग में भी फिल्मी सितारों ने उनके संगीत योगदान के लिए याद किया। फिल्मी दुनिया के कई बड़े नामों ने महान तबला वादक जाकिर हुसैन को सोशल मीडिया  के जरिए श्रद्धांजलि दी। अमिताभ बच्चन, करीना कपूर खान, सोनाली बेंद्रे, रणवीर सिंह, अनुपम खेर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के अपने अकाउंट से जाकिर हुसैन के निधन में शोक व्यक्त किया।

राजनीतिक दिग्गजों ने भी शोक व्यक्त किया

देश के तमाम राजनीतिक दलों ने जाकिर हुसैन के निधन में शोक व्यक्त करते हुए, उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। बीजेपी के नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, बृजमोहन अग्रवाल जैसे दिग्गज नेताओं ने जाकिर हुसैन के संगीत के लिए दिए गए योगदान के लिए याद किया।

न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!

गौरतलब हो, जाकिर हुसैन को तबला बजाने की कला विरासत में मिली थी। तबला से लगाव होने के कारण वो बचपन से ही अच्छा तबला बजाने लगे थे, उन्होंने महज 12 वर्ष की आयु में अमेरिका में पहला कॉन्सर्ट किया था। उन्हें भारत में 1988 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उसके बाद 2002 में संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण का पुरस्कार दिया गया।  22 मार्च 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।

Exit mobile version