Russia is giving permanent residence to the family of Punjab youth: यूक्रेन में रूसी सेना के लिए लड़ते हुए मारे गए पंजाबी नागरिक के परिवार के पांच सदस्यों को रूस की सरकार देश में नागरिकता देने का ऐलान किया है, मॉस्को ने 12 मार्च को मारे गए पंजाब के तेजपाल सिंह के परिवार के पांच सदस्यों को रूस की सरकार ने स्थायी निवास (पीआर) देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही युद्ध में शहीद तेजपाल सिंह के परिवार के सदस्यों जीवन यापन और बच्चों की परवरिश के लिए आर्थिक मदद देगा। बता दे, बीते मार्च में रूसी सेना की तरफ से यूक्रेन के जापोरिज्जिया में लड़ते हुए पंजाब के तेजपाल सिंह की मौत हो गई थी।
12 मार्च को तेजपाल की हुई (Russia permanent residence Punjab) थी मौत
तेजपाल बचपन से ही सेना में भर्ती होना चाहते थे। काफी कोशिशों के बाद भी तेजपाल इंडियन आर्मी, अर्धसैनिक बलों और पंजाब पुलिस में जगह नहीं बना पाए। बाद में अपने परिवार के भरण-पोषण और अच्छी सैलरी देखकर वह रूसी सेना में शामिल हो गए। रूस यूक्रेन युद्ध में भाग लेने के दौरान 12 मार्च को उनकी मौत हो गई। रूस ने उनकी शहादत को पूरा सम्मान देत हुए उनके परिवार को आर्थिक मदद देने के साथ साथ स्थायीय नागरिकता देने का ऐलान किया है।
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शहीद तेजपाल की पत्नी परमिंदर कौर ने कहा कि उसे पीआर मिल गयी है, जबकि परिवार के अन्य सदस्यों- उनके बच्चों और तेजपाल के माता-पिता को रूस पहुंचने पर पीआर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि रूसी सरकार ने उनके दोनों बच्चों- सात वर्षीय अरमानदीप सिंह और चार वर्षीय गुरनाजदीप कौर को मार्च से उनकी शिक्षा के लिए 20-20 हजार रुपये का मासिक भत्ता देना शुरू कर दिया है।
भारतीय दूतावास से नाराज
जहां युक्रेन के खिलाफ़ युद्ध में शहीद हुए तेजपाल को रूसी सरकार द्वारा एक शहीदी सैनिक के तौर में सम्मान दिया जा रहा है, तो वही दूसरी ओर शहीद तेजपाल की पत्नी परमिंदर कौर ने भारतीय दूतावास के रवैए को लेकर नाराज़गी जाहिर की है। उन्होंने कहा, भारतीय दूतावास ने अभी तक उनके पति को रूस-यूक्रेन युद्ध में मारा गया घोषित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि तेजपाल का नाम लापता व्यक्तियों की सूची में शामिल है। परमिंदर ने कहा कि वह तीन बार दूतावास गईं लेकिन उन्हें वरिष्ठ (Russia is giving permanent residence to the family of Punjab youth) अधिकारियों से मिलने की इजाजत नहीं मिल रही है।